हे भगवान! एक तरफ कोरोना तो दूसरे तरफ बाढ़ का खतरा, जाएं तो जाएं कहाँ?
नीतीश गुप्ता, गोरखपुर। साल 2020 दुनियाभर के लिए इतना कष्टकारी होगा किसी ने नहीं सोचा होगा। साल के शुरुवात में जहां कोरोना ने दुनिया के कुछ देशों में अपना लक्षण दिखानां शुरू किया था तो वहीं मार्च होते होते इसने कहर बरपाना शुरू कर दिया। हालांकि दुनिया के जब कई देश इसकी मार बुरी तरह झेल रहे थे तो हमारा देश भारत इससे सेफ था। भारत में कोरोना के केसेस तो थे पर इतने नहीं कि वो चिंता का कारण बने। खैर समय जैसे जैसे बीता कोरोना ने भारत में भी अपना पैर पसारना शुरू कर दिया। हालात ये है कि अब भारत में कोरोना के 9 लाख 50 हजार से भी ज्यादा केस है जिसमें लगभग 24 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी है और इसी के साथ पूरे विश्व में भारत कोरोना के मामले में तीसरे स्थान पर पहुँच गया है। वहीं 35 लाख से ज्यादा केसेस के साथ अमेरिका पहले स्थान पर है और 19 लाख से ज्यादा केस के साथ ब्राजील दूसरे स्थान पर।
पूरे विश्व की बात करें तो कोरोना केस का आंकड़ा 1 करोड़ 30 लाख से ज्यादा है मतलब आप समझ सकते हैं कि ये वायरस कितनी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। राहत की बात ये है कि लोगों के ठीक होने की तादाद भी पहले से बेहतर है, भारत में रिकवरी रेट 60 फीसदी से ज्यादा है।
अब बात भारत के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश की करें तो यहां भी हालात बेहतर नहीं हैं। दिन प्रतिदिन कोरोना के केस बढ़ते चले जा रहे हैं। प्रदेश के लोग कोरोना की मार झेल ही रहे थे कि अब बाढ़ का खतरा भी मंडराने लगा है। लगातार हो रही बारिश और नेपाल द्वारा छोड़े जा रहे पानी की वजह से तराई क्षेत्र में पानी तेजी से भर रहा है हालात ये है कि कई इलाकों में तो बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है।