गोरखपुर। देशभर में कोरोना अपना कहर बरपा रहा है, आए दिन लाखों मरीज सामने आ रहे हैं। इस संकट की घड़ी में कुछ लोगों ने इसे अवसर में बदल डाला है। लोगों की सेवा और मदद करने की बजाय कुछ लोग लूटपाट करने पर उतर आए हैं। यही नहीं उन्हें इसकी जरा भी फिक्र नहीं कि मरीज जिंदा रहेगा या मरेगा उन्हें मतलब है तो बस पैसे से। मामला गोरखपुर का है जहां एक मरीज के परिजन ने विवेक गैस एजेंसी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि गैस एजेंसी वाले ने उन्हें ब्लैक में ऑक्सीजन सिलेंडर बेचा और वो भी खराब ऑक्सीजन सिलेंडर।
आखिरकार ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीज ने दम तोड़ दिया। गोरखपुर धर्मशाला बाजार के रहने वाले प्रशस्त गुप्ता ने विवेक गैस एजेंसी पर कार्रवाई करने के लिए प्रशासन को प्राथना पत्र भी दिया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि ऐसे एजेंसी वालों पर कार्रवाई करें जिससे किसी और मरीज की जान न जाये। प्रशस्त ने गोरखपुर लाइव से बातचीत में बताया कि उनके फूफा जी की तबियत बिगड़ गयी थी जिसके बाद उन्हें ऑक्सीजन की आवश्यकता थी।
जल्दी जल्दी में प्रशस्त ने 19 अप्रैल को ब्लैक में स्टेशन रोड स्थित विवेक गैस एजेंसी से ऑक्सीजन सिलेंडर 8500 रुपये में खरीदा और घर ले आया। इसके बाद सिलेंडर दो ही घण्टे में खत्म हो गया जिसके बाद वो जल्दी से उसे रिफिल कराने मोदी गैस एजेंसी पर पहुँचे जहां उन्हें पता चला कि सिलेंडर ही खराब है रिजेक्टेड है उसमें ऑक्सीजन नहीं भरा जा सकता।
रिजेक्टेड सिलेंडर की शिकायत लेकर जब प्रशस्त विवेक गैस एजेंसी पर पहुँचे तो दुकानदार उल्टा उसपर ही बिफर गया और गालियां देकर वहाँ से चले जाने की धमकी दी। प्रशस्त का आरोप है कि ऑक्सीजन के कमी के कारण ही उनके फूफा जी की मौत हो गई।
प्रशस्त ने विवेक गैस एजेंसी मुसाफिरखाना स्टेशन रोड गोरखपुर के खिलाफ ब्लैक मार्केटिंग, धमकी देना गैर इरादतन हत्या तथा महामारी को अवसर बनाकर जनता से धन का दोहन करना जैसे गंभीर आरोपों के तहत सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करने को लेकर प्रशासन को पत्र भी दिया है। प्रशस्त का कहना है कि ऐसे लोगों पर कार्रवाई जरूर होनी चाहिए जिससे यह घटना मील का पत्थर साबित हो और कम से कम भविष्य में कोई परिजन ऐसे राक्षस रूपी व्यवसायियों के लालच की बलि ना चढ़े।