Home गोरखपुर मच्छर-माफिया नहीं अब सेफ व स्मार्ट सिटी है गोरखपुर की पहचान: सीएम...

मच्छर-माफिया नहीं अब सेफ व स्मार्ट सिटी है गोरखपुर की पहचान: सीएम योगी

गोरखपुर, 1 मई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केंद्र, प्रदेश व नगर निगम में समान विचारधारा की सरकार के एक साथ कार्य करने से गोरखपुर में अभूतपूर्व विकास हुआ। सुरक्षा का वातावरण बना। लोगों की धारणा बदली। गोरखपुर अब जाम, गंदगी, मच्छर-माफिया वाला शहर नहीं है। बल्कि इसकी पहचान सेफ व स्मार्ट सिटी के रूप में है। इस पहचान को और आगे ले जाने के लिए यहां फिर ट्रिपल इंजन सरकार का होना अत्यंत आवश्यक है।

सीएम योगी नगर निगम चुनाव को लेकर सोमवार शाम टाउनहॉल पर भाजपा के महापौर व पार्षद पद के प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी माफियागिरी और बदहाली ही गोरखपुर की पहचान बन गई थी। चाहे भाई-बहन की सरकार हो या फिर बुआ-बबुआ की सबने इसे इसी हाल पर छोड़ रखा था।

अपराध चरम पर था, जाम और गंदगी की समस्या थी, तीन-चार घण्टे ही बिजली मिलती थी। जबकि आज रंगदारी मांगने वाले गले में तख्ती लटकाकर जान की भीख मांगते हैं। स्ट्रीट वेंडर्स को पीएम स्वनिधि योजना का लाभ दिया जाता है।

आज क्या कुछ नहीं है गोरखपुर में

सीएम योगी ने कहा कि समान विचारधारा की सरकार होने से आज क्या कुछ नहीं है गोरखपुर में।आप चाहें तो इसे नॉलेज सिटी कहें, मेडिकल सिटी कहें, बिजनेस सिटी कहें, बिजनेस सिटी कहें, इंडस्ट्रियल सिटी कहें, टूरिज्म सिटी कहें। समग्र रूप में विकसित स्मार्ट सिटी कहें। यह उन चुनिंदा शहरों में है जहां हाई स्टैंडर्ड के चार विश्वविद्यालय हैं। इंजीनियरिंग कॉलेजों, पॉलिटेक्निक, आईटीआई, डिग्री कॉलेजों की तो लंबी फेहरिस्त है। गौरव की अनुभूति कराने वाले सैनिक स्कूल का निर्माण भी तेजी से हो रहा है। पंजीकृत श्रमिकों के पाल्यों और कोरोना से निराश्रित बच्चों की बेहतरीन शिक्षा के लिए अटल आवासीय विद्यालय बनकर तैयार है। इसी सत्र से प्रवेश भी हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही होटल मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट और वेटनरी कॉलेज का निर्माण भी शुरू हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि सात वर्ष पूर्व खुद बीमार रहे बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशलिटी सेवा मिल रही है। गोरखपुर के लिए कभी सपना रहा एम्स भी बड़े पैमाने पर उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवा दे रहा है। ज्ञात-अज्ञात बीमारियों की जांच, शोध-अनुसंधान के लिए गोरखपुर में रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर खुल चुका है।

इंसेफेलाइटिस का उन्मूलन कर दिया गया है। सीएम योगी ने कहा कि रामगढ़ताल को खूबसूरत पर्यटन केंद्र बनाने के साथ इसके समीप वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाया गया है। इसी माह रामगढ़ताल में देश भर के विश्वविद्यालयों की वाटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिता भी होने जा रही है। याद करिए राप्ती नदी के राजघाट को। कितनी गंदगी होती थी। आज यहां के दोनों तरफ के घाट भी पर्यटन का केंद्र बन गए हैं। वहां अब आरती भी हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिकों की आकांक्षाओं का सम्मान करते हुए सरकार ने 32 गांवों को नगर निगम में शामिल कर शहरी सुविधाओं से आच्छादित करने का काम युद्ध स्तर पर प्रारम्भ किया है। जनपद में पांच नगर पंचायत में सीमा विस्तार के साथ सरकार ने तीन नई नगर पंचायत का गठन किया।

नई पंचायतों व सीमा विस्तार वाले निकायों में सीएम नगर सृजन योजना व पंडित दीनदयाल उपाध्याय आदर्श नगर पंचायत योजना के अंतर्गत करोड़ो रुपये के विकास कार्य कराए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में आज इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से सुरक्षा, ट्रैफिक और स्वच्छता की निगरानी की जा रही है। अकेले नगर क्षेत्र में 25 सिटी बसें चलाई जा रही हैं। आवश्यकता के अनुरूप फोरलेन, सिक्सलेन सड़कें व फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं।

सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अंतर्गत अकेले नगर निगम क्षेत्र में 22344 तथा नगर पंचायतों में 17 हजार से अधिक पीएम आवास की सौगात गोरखपुर को मिली है। नगर क्षेत्र में रहने वाले स्ट्रीट वेंडर्स के कारोबार को समृद्ध करने के लिए पीएम स्वनिधि योजना का लाभ बड़े पैमाने पर दिया गया है। अकेले नगर निगम क्षेत्र में साढ़े बाइस हजार से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स को पीएम स्वनिधि योजना का लाभ मिला है। पेयजल व सीवरेज के लिए 519 करोड़ रुपये की परियोजनाएं दी गईं। गोरखपुर में हर घर नल से जोड़ा जा रहा है।

72 घण्टे लगातार बारिश में भी नहीं होगा जलजमाव

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर में पहले थोड़ी सी बारिश में जलभराव हो जाता था। आज सरकार जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान में जुटी है।

तरकुलानी रेगुलेटर का ऐसा बनाया गया कि लगातार 72 घण्टे की बारिश में भी एक इंच जलजमाव नहीं होगा। अब गोड़धोइया नाले के सुंदरीकरण पर भी काम हो रहा है। नाला भी बनेगा और उसके दोनों तरफ सड़कें भी बनेंगी।

पीएम मोदी की प्रेरणा से दे रहे पहचान

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को दुनिया मे नई पहचान दी है। उनकी प्रेरणा से गोरखपुर को नई पहचान देने के लिए अनेक विकास कार्य कराए गए और कराए जा रहे हैं।

*भाजपा के पूर्ण बहुमत का बोर्ड बनाने की अपील*
जनसभा में उपस्थित लोगों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर निगम गोरखपुर व जनपद की समस्त नगर पंचायतों में भारतीय जनता पार्टी के पूर्ण बहुमत का बोर्ड बनाने की अपील की।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदेश की जनता ने विधानसभा में दो तिहाई का बहुमतदिया और उसके शानदार परिणाम सबके सामने हैं। उसी तरह नगर निगम में भी दो तिहाई या तीन चौथाई के बहुमत का बोर्ड होना चाहिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मतदान को लोकतांत्रिक कर्तव्य बताते हुए कहा कि मौसम कैसा भी हो, समय पर मतदान करने अवश्य पहुंचें और दूसरों को भी प्रेरित करें।

निषाद समाज भाजपा के साथ : डॉ संजय निषाद

इस अवसर पर प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री एवं निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद ने कहा कि निषाद पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता भाजपा के साथ है और समूचे निषाद समाज का वोट भाजपा प्रत्याशियों को दिलाने के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि मछुआरा समाज को सम्मान व अधिकार दिलाने का काम सिर्फ मोदी-योगी सरकार ने किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश में मुख्यमंत्री मत्स्य संपदा योजना लागू किया जाना मछुआरों के हित में अभूतपूर्व कदम है।

जनसभा में सांसद रविकिशन शुक्ल, राज्यसभा सदस्य डॉ राधामोहन दास अग्रवाल, राज्यसभा सदस्य एवं नगर निगम चुनाव प्रभारी बाबूराम निषाद, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, प्रदेश महामंत्री एवं गोरखपुर क्षेत्र प्रभारी एमएलसी अनूप गुप्ता, क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, विधायक विपिन सिंह, पूर्व एमएलसी विनोद पांडेय, निवर्तमान महापौर सीताराम जायसवाल, पूर्व महापौर श्रीमती अंजू चौधरी, श्रीमती सत्या पांडेय, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं महानगर प्रभारी नीलम श्रीमती सोनकर, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सत्येंद्र सिन्हा, विश्वजितांशु सिंह आशु, भाजपा महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, चिरंजीव चौरसिया, राहुल श्रीवास्तव, पीके मल्ल, उत्तर प्रदेश मत्स्य बोर्ड के अध्यक्ष रमाकांत निषाद, महापौर पद के प्रत्याशी डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, सभी वार्डों के पार्षद प्रत्याशी समेत बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता व आमजन उपस्थित रहे।

Exit mobile version