गोरखपुर। कभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी और हिन्दू युवा वाहिनी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे सुनील सिंह ने आज लखनऊ में समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। सुनील सिंह अपने कई समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हैं। बताया जा रहा है सभी योगी आदित्यनाथ के बेहद करीबी थे लेकिन कुछ महीनों से चली आ रही तनातनी के बाद आज सभी ने अखिलेश यादव के सामने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। आपको बता दें कि सुनील सिंह एक समय में योगी आदित्यनाथ के बेहद करीबी हुआ करते थे यही नहीं योगी आदित्यनाथ ने हिन्दू युवा वाहिनी उत्तर प्रदेश की कमान भी सुनील सिंह को दे रखी थी मगर कुछ बातों के चलते सुनील सिंह ने योगी से किनारा कर लिया और अपनी खुद की पार्टी हिन्दू युवा वाहिनी भारत का गठन किया। सुनील सिंह और उनके करीबी रहे चंदन पर रासुका का केस भी चल चुका है।
जेल से बाहर आने के बाद सुनील सिंह ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अपना दांव खेला मगर उनका पर्चा रद्द हो गया जिससे वो रेस से बाहर हो गए थे। योगी से अलग होने के बाद से ही सुनील सिंह उनके खिलाफ कड़े तेवर दिखाते रहे हैं कई बार उन्होंने सोशल मीडिया और प्रेस वार्ता के जरिये योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला। कई दिन से ये कयास भी लगाई जा रही थी कि सुनील सिंह किसी क्षेत्रीय दल का दामन थाम सकते है जिसपर आज खुद सुनील सिंह ने मोहर लगा दिया।
वो लखनऊ में अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। खुद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें पार्टी में शामिल किया। अब जबकि सुनील सिंह ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है तो देखना दिलचस्प होगा कि यूपी और खासकर मुख्यमंत्री के शहर की राजनीति पर इसका कितना और क्या प्रभाव पड़ेगा।