गोरखपुर। प्रशासन के लाख तैयारियों के बीच एक बार फिर लापरवाही की घटना सामने आई है। मुंबई से लौटे परिवार जिस का एक सदस्य पॉजिटिव पाए गए उसका बेटा प्रशासन की लापरवाही के चलते क़वारन्टीन सेंटर से निकलकर अपने घर चला गया था।
वह 30 घंटे कॉलोनी में रहा। शुक्रवार की रात में उसके पिता की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। शनिवार की दोपहर को उसे दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस लापरवाही के उजागर होने के बाद आनन-फानन में प्रशासन नें बिछिया के सर्वोदय नगर कॉलोनी में सतर्कता बढ़ाकर आने-जाने वाले रास्तों को सील कर दिया है।
बताया जाता है कि शुक्रवार की सुबह अस्पताल प्रशासन को कोरोना पीड़ित के बेटे का टेस्ट निगेटिव मिला था। डॉक्टर ने उसे घर जाने दिया जबकि उसे 14 दिन क़वारन्टीन किया जाना चाहिए था। परिवार के तीन अन्य सदस्यों को भी रिपोर्ट निगेटिव आने पर घर भेजने का आश्वासन दिया। सर्वोदय नगर के पार्षद प्रतिनिधि राकेश निषाद ने बताया कि शुक्रवार को दोपहर में युवक कालोनी में दिखा। वह पैदल घूम रहा था। परिवार के सदस्य निश्चिंत भाव से घूमते दिखे। रात में हकीकत पता चली।
नंदानगर के पास में टीबी अस्पताल में बने क़वारन्टीन सेंटर के डॉक्टरों की लापरवाही से जिले में हड़कंप मच गया है। आपको बता दें कि सर्वोदय नगर और आजाद नगर कॉलोनी में चार परिवार के सदस्यों को क्वारंटीन किए गया हैं। इनमें किराना स्टोर संचालक और सब्जी विक्रेता का परिवार भी शामिल हैं।
पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीम सर्वोदय नगर व आजाद नगर में कैंप कर रही है। कॉलोनी में सैनेटाइजेशन चल रहा है। दोनों कालोनियों में घरों की जांच की जा रही है।