गोरखपुर। सरकार द्वारा भले ही प्रदेश में रामराज की ढोल पीटी जा रही हो लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में जो हो रहा है उसे देखकर आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि क्या यही रामराज है? यहां प्रशासन की मनमानी कुछ इस कदर सर चढ़ कर बोल रही जिसका कोई हिसाब नहीं। अतिक्रमण के नाम पर प्रशासन के लोग कभी भी JCB लेकर आते हैं बिना नोटिस दिए कुछ भी तोड़ चले जाते हैं। अगर आप मना या विरोध करते हैं तो बदले में आपको मिलेगी कानूनी कार्रवाई की धमकी और कुछ नहीं। एक ऐसा ही मामला आज सामने आया जहां प्रशासन के लोगों ने एक मशहूर बाल चिकित्सक की क्लिनिक को तोड़ दिया। प्रशासन के मनमाने रैवये के कारण आज पूर्वांचल के मशहूर बाल रोग चिकित्सक Dr RN सिंह टूटी हुई क्लीनिक पर बच्चों का इलाज कर रहे हैं। ये वही डॉक्टर हैं जिन्होंने इंसेफ्लाइटिस के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई पर जनता के कुछ सवाल हैं:-
– आखिर मकान तोड़ने के पहले क्यों नहीं नोटिस दिया गया?
– अगर ये निर्माण गलत तरीके से था तो किस नियम के तहत GDA ने नक्शा पास किया?
-निगम ने सड़क बनाई, टैक्स जमा करवाता रहा, आखिर क्यों?
-अगर ये अतिक्रमण था तो उसमें शामिल अधिकारियों/कर्मचारियों पर अब तक क्यों नही कार्यवाही हुई?
– आखिर जिन लोगो ने जमीन बेची उन पर कार्यवाही क्यों नहीं हुई?
ऐसे ना जाने कितने सवाल हैं जो लोग प्रशासन से पूछ रहे मगर जवाब की जगह लोगों को मिलता है तो वो है अधिकारियों की धमकी। ऐसा लगता है जैसे मानों योगी सरकार में ब्यूरोक्रेट्स कुछ इस कदर हावी हैं कि उनका या उनपर सरकार या मुख्यमंत्री का कोई डर ही नहीं।