लखनऊ। प्रदेश में कोरोना रोगी कम होने पर हटाई गईं पाबंदियों के कारण लोग फिर से लापरवाही न बरतें, इसे लेकर राज्य सरकार सख्त हो गई है।
इसी के तहत तय किया गया है कि अब यदि किसी भी जिले में 500 से ज्यादा कोरोना मरीज हुए तो वहां फिर से आंशिक कर्फ्यू लगा दिया जाएगा।
अभी तक 600 से ज्यादा केस होने पर आंशिक कफ्र्यू लगाए जाने की व्यवस्था थी। शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ढिलाई बिल्कुल भी न बरती जाए।
अभी कोरोना कम हुआ है, समाप्त नहीं हुआ है। फिलहाल सोमवार से आंशिक कर्फ्यू में और ढील दी जा रही है।
प्रदेश में अब कोरोना के सक्रिय केस पांच हजार से कम हो गए हैं। अब 4,957 एक्टिव केस हैं। मरीजों की यह संख्या करीब तीन महीने पहले 24 मार्च को थी।
अब तक प्रदेश में कुल 17.04 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं, जिसमें 16.77 लाख रोगी स्वस्थ हो चुके हैं।
रिकवरी रेट बढ़कर 98.4 प्रतिशत हो गया है। बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण से 51 और मरीजों की मौत हुई। अब तक कुल 22,132 लोगों की जान यह खतरनाक वायरस ले चुका है।
यूपी में सर्वाधिक 5.50 करोड़ लोगों की हुई कोरोना जांच
यूपी देश में सबसे ज्यादा 5.50 करोड़ लोगों की कोरोना जांच करने वाला राज्य बन गया है। बीते 24 घंटे में यहां 2.73 लाख लोगों की कोरोना जांच की गई।
प्रदेश में शुरुआत से ही सबसे ज्यादा कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा निर्धारित मानक से करीब नौ गुना ज्यादा टेस्ट प्रदेश में किए जा रहे हैं।
प्रति दस लाख आबादी पर 140 टेस्ट करने का मानक है, जिसके मुताबिक प्रदेश में औसतन 32 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाने चाहिए, जबकि पौन तीन लाख टेस्ट किए जा रहे हैं।