गोरखपुर। शहर के बिछिया निवासी और नासिक में कस्टम इंस्पेक्टर ज्वाला जीत सिंह ने सोनी के प्रसिद्ध केबीसी शो में न केवल धमाल मचाया बल्कि अपनी प्रतिभा के दम पर दुनिया भर में गोरखपुर का मान बढ़ाया है।
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ज्वाला जीत ने इंटरमीडिएट की पढ़ाई शहर के ही एमपी इंटर कॉलेज से की है और डीडीयू से इतिहास में एमए की डिग्री हासिल की है।
देवरिया जिले के लार पिपरा निवासी के मूल निवासी और पीएसी में हेड कांस्टेबल पीएसी सुनील कुमार सिंह बिछिया में मकान बनवाकर रहते हैं। उनके इकलौते बेटे ज्वाला जीत हैं और दो बेटिया हैं।
वर्ष 2009 में ज्वाला जीत कस्टम इंस्पेक्टर चुन लिए गए। उनकी पहली पोस्टिंग नासिक में हुई। वर्तमान में वह नासिक में ही तैनात हैं।
वह मुंबई-नासिक हाईवे पर स्थित कॉलोनी में परिवार के साथ रहते हैं। उनके एक पुत्र आदित्य सिंह जो नासिक में उनके साथ ही हैं।
कौन बनेगा करोड़पति टीवी शो में शामिल होकर ज्वाला जीत सिंह ने न केवल अपने माता-पिता बल्कि गोरखपुर का मान बढ़ाया।
ज्वाला जीत सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान 9 मई से 23 मई के बीच प्रतिदिन एक सवाल पूछा जाता था जिसका जवाब वह मैसेज द्वारा भेजते थे। तकरीबन एक माह बाद उनके पास केबीसी से फोन आया और बताया कि आप चुन लिए गए हैं।
इसके बाद एक दिन उनसे कम्प्यूटराइज्ड तीन सवाल पूछे गए जिनके जवाब उन्होंने भेज दिए। तकरीबन बीस दिन बाद फोन मिला और केबीसी द्वारा उनका ऑनलाइन इंटरव्यू हुआ।
सोनी लिव एप के जरिये उनसे 22 सवाल पूछे गए। हर सवाल का जवाब देने के लिए 15 सेकेंड का समय मिला।
ज्वाला जीत सिंह ने बताया कि एप के जरिए ही उन्हें 6 टॉपिक भेजे गए जिन पर वीडियो बनाकर भेजना था। उन्होंने वीडियो बनाकर भेजा जिसके बाद उनका दोबारा ऑनलाइन इंटरव्यू लिया गया। इसके बाद उनका पर्सनल इंटरव्यू किया गया।
ज्वाला जीत सिंह ने बताया कि 17 अक्तूबर को उन्हें मुंबई बुलाया गया। वहां पहुंचने पर उनका कोरोना टेस्ट हुआ। हफ्ते भर उन्हें रोका गया। इसके बाद उन्हें केबीसी में शामिल होने का मौका मिला। ज्वाला ने बताया कि उनसे 12 सवाल पूछे गए जिनके जवाब उन्होंने दिए।
ज्वालाजीत सिंह ने बताया कि जिस दिन वह केबीसी में शामिल हुए उनकी माता इंदु देवी, पत्नी नीलू सिंह और बेटा आदित्य खुशी से झूम उठे। उनके मित्रों ने भी उन्हें बधाइयां दी।