गोरखपुर। कोरोना महामारी के चलते गोरखपुर में पिछले कई दिनों से अस्पतालों को बंद करने का आदेश था जिसके बाद आज गोरखपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जरूरी स्वास्थ्य सुविधाओं को खोलने की अनुमति दी है।
- सरकारी व निजी अस्पतालों को सर्जरी से जुड़ी ओपीडी सेवाएं शुरू करने के निर्देश
- सामान्य ओपीडी फिलहाल अभी रहेगी स्थगित, टीबी की जाँच व उपचार मिलेगा
कोविड-19 यानि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अस्पतालों की स्थगित की गयीं आकस्मिक और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल करने के बाद अब अन्य जरूरी चिकित्सा सुविधाओं को भी शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं । इसके चलते बहुत से लोगों के जरूरी आपरेशन भी कुछ समय से लंबित चल रहे थे जिससे उनकी परेशानी बढ़ती जा रही थी। उनके लिए ख़ुशी की बात है कि अब उनके आपरेशन भी हो सकेंगे ।
प्रमुख सचिव-स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने रविवार को प्रदेश के सभी जिला अधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेजकर कहा है कि कोरोना वायरस का संक्रमण अभी चलते रहने की सम्भावना है, इसके चलते कुछ जरूरी चिकित्सा सुविधाओं को लम्बे समय तक नहीं रोका जा सकता । इसलिए प्रदेश के सभी जिला चिकित्सालयों, संयुक्त चिकित्सालयों, महिला चिकित्सालयों ओर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के साथ ही निजी चिकित्सालयों में तत्काल जरूरी स्वास्थ्य सुविधाओं को शुरू किया जाए । इस दौरान पूर्ण सावधानी और प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य होगा ।
सीएमओ डा. श्रीकांत तिवारी ने भी पत्र की पुष्टि की है और कहा है कि निर्देशानुसार कार्यवाही की जा रही है। अस्पतालों को जिन जरूरी सेवाओं को शुरू करने को कहा गया है उनमें सर्जरी से सम्बंधित ओपीडी सेवाएं भी शामिल हैं, लेकिन सामान्य ओपीडी अभी स्थगित रहेगी ।
यह सेवाएं शुरू करने के निर्देश :
- रेबीज व अन्य टीकाकरण की सुविधा
- टीबी की जाँच व उपचार की सुविधा
- एचआईवी की जाँच एवं उपचार के लिए आईसीटीसी व एआरटी सेंटर शुरू होंगे
- जिला चिकित्सालयों व सीएचसी में चलने वाले असाध्य रोग केंद्र (एनसीडी क्लीनिक)
- गर्भवती की जाँच एवं उपचार की सुविधा
- दो वर्ष तक के बीमार शिशुओं के लिए जाँच व उपचार । इसके लिए सरकारी क्षेत्र में 102 एम्बुलेंस का उपयोग ज्यादा से ज्यादा किया जाए
- गर्भ समाधान एवं नसबंदी की सुविधा
- डाइग्नोस्टिक इमेजिंग एवं प्रयोगशाला