गोरखपुर में पहली बार पहली गाय का 5000 रुपये का कटा ई-चालान..

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ये सुनने में जरूर थोड़ा अटपटा लगेगा कि गाय पर चालान कटा, मगर ये सही है। आप देखे होंगे कि आपके गली मोहल्लों में रहने वाली गायों के कानों पर कुछ पीले कलर के धातु पर लिख कर टैग किया गया है असल में वो टैग ये बता रहा है कि वो गाय किसकी है और उसका मालिक कौन है? क्योंकि मालिक गाय का दूध निकाल उसे वापस सड़क पर घूमने छोड़ देता है जिससे आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

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अब पूरी कहानी सुनिए..असल में गोरखपुर के नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह ने सड़क पर घूम रही गाय का स्ट्रीट कैटल फ्री एप से ई-चालान किया है। इंदिरा बाल विहार के पास शनिवार की शाम सात बजे नगर आयुक्त ने एप से निगम का पहला ई-चालान किया है। पशुपालक को अब 5000 रुपये जुर्माना भरना होगा। चालान की राशि निगम में नहीं जमा की गई तो इसे हाउस टैक्स के साथ जोड़कर पशुपालक को भेजा जाएगा।

पुर्दिलपुर निवासी राजेन्द्र यादव की जर्सी गाय शनिवार की शाम गोलघर के इंदिरा बाल विहार के पास सड़क पर घूम रही थी। नगर आयुक्त भी शाम को शहर के भ्रमण पर थे। इंदिरा बाल विहार के पास उन्हें एक दुधारू जर्सी गाय घूमते हुए नजर आई। गाय की ईयर-टैगिंग होने से ई-चालान होने में आसानी रही। ई-चालान होते ही सूचना पशुपालक के मोबाइल नंबर 8299****** पर पहुंच गई।

सड़क पर घूमने वाली गायों पर अंकुश लगाने के लिए नगर निगम ने पशुपालन विभाग की मदद से ई-टैगिंग कराई है। जुर्माना के बाद गाय का 24 घंटे के अंदर चालान नहीं हो सकता है। पर 24 घंटे बाद गाय फिर सड़क पर छोड़ी जाती है तो 7500 रुपये का जुर्माना होगा। तीसरी पर घूमते हुए पकड़े जाने पर 10 हजार का जुर्माना होगा। चौथी बार सड़क पर घूमते हुए पकड़े जाने पर पशुपालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।