महराजगंज। पड़ोसी देश नेपाल से निकली गंडक नदी भारतीय सीमा में खतरे के निशान को पार कर गई है। वहीं इससे गंडक नदी के अंतरराष्ट्रीय बी गैप के पांच ठोकरों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
कल मंगलवार को बाल्मीकि नगर बैराज से 4 लाख 40 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हुआ जिससे भारतीय सीमा में गंडक नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है।
इसके बाद महराजगंज व कुशीनगर जिले के सीमावर्ती गांवों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है एनडीआरएफ की टीम को सतर्क रहने को कहा गया है।
आपको बता दें कि गंडक नदी के जलस्तर में बीते दिनों से ही इजाफा हो रहा है जिससे सोहगीबरवा, भोथहा, शिकारपुर के साथ ही कुशीनगर के खड्डा क्षेत्र के भी कई गांव में बाढ़ जैसे हालात हैं और सीमावर्ती गांवों में पानी घुस गया है।
वही सोहगीबरवा के ग्राम प्रधान विनय सिंह ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी। कुशीनगर जिले के खड़ा एसडीएम ने एनडीआरएफ की टीम को फौरन सोहगीबरवा के लिए भेज दिया। टीम ने मौके पर पहुंचकर महराजगंज व कुशीनगर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
वही गंडक नदी की बाढ़ के पानी में डूबने से सोहगीबरवा निवासी अम्बाला कुशवाहा पुत्र हरख की मौत हो गई है। वह अपने दूसरे घर कुशीनगर के बसन्तपुर गए थे।
रास्ता में पानी ज्यादा होने के कारण डूबने से उनकी मौत हो गई। ग्राम प्रधान विनय सिंह ने बताया कि अम्बाला की मौत की सूचना कुशीनगर के अफसरों को दे दी गयी है। लेकिन पानी के बेग को देखते हुए लोगों में भय बना है।
सोहगीबरवा एसओ अम्बिका प्रसाद ने बताया कि हर टोले पर पुलिस के जवान तैनात हैं और प्रसासन हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।