योगी सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक तरफ जहाँ लाख जतन कर रही है वहीं दूसरी ओर यूपी पुलिस की छवि महिलाओं को लेकर गिरती ही जा रही है।आम जनमानस की रक्षा करने वाले जब भक्षक बन जाये तो स्थित का सहज जी अंदाजा लगाया जा सकता है। ताजा मामला गोरखपुर का दिन गुरुवार की रात का है।गोरखनाथ थाना क्षेत्र के इलाके से एक युवती को दो सिपाहियों ने अगवा कर रेलवे स्टेशन के पास स्थित कमरे में ले जाकर युवती से दुष्कर्म किया। जब युवती ने घर जाने देने की बात की तो दोनों ने उसे बुरी तरह पीटा। आखिरकार रात करीब एक बजे आरोपितों ने उसे 600 रुपये देकर छोड़ा। युवती ऑटो से किसी तरह घर पहुंची और परिवार को आपबीती बताई।
शरीर पर काफी चोट लगी होने से घरवाले शुक्रवार देर शाम उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाए। तब घटना का खुलासा हुआ। इस सूचना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन फानन में सीओ कोतवाली वीपी सिंह महिला कर्मियों के साथ अस्पताल पहुंच गए। पीड़िता का बयान दर्ज करने के साथ ही मेडिकल भी कराया जा रहा है। हालांकि, पुलिस घटना को संदिग्ध भी बता रही है।
इंकार करने पर उन्होंने जबरन बाइक पर बैठा लिया। मां के पीछे आने की बात कहने पर वह गाली देने लगे। इसके बाद रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक कमरे में ले गए। वहां दोनों ने दुष्कर्म किया। जब उसने घर जाने देने की बात कही तो दोनों उसे बुरी तरह पीटने लगे। बाद में रात करीब एक बजे 600 रुपये देकर जाने को कहा। युवती ने जब कहा कि घर कैसे जाएंगे, तो वह फिर गाली देने लगे और भगा दिया।
एसएसपी डॉ. सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि सीओ कोतवाली को घटना की जांच के लिए भेजा गया है। युवती को बताए गए कमरे पर ले जाया जाएगा, यदि वह होटल निकला तो किसके नाम बुक था और कौन-कौन आया, इसका पता लगाकर कार्रवाई की जाएगी।