बस्ती। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू काग्रेस की जोनल समीझा बैठक में बस्ती पहुंचे। पूर्वांचल के जिलों में कांग्रेस को मजबूत करने की रणनीति पर चर्चा हुई। साथ ही बीजेपी और बसपा सुप्रीमो मायावती पर भी जमकर हमला बोला।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने हाथरस की घटना पर बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री जी को यह स्पष्ट करना होगा। की वो अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए उत्तर प्रदेश की जनता से क्या-क्या कहेंगे। वो सबक क्यों नहीं लेते कार्रवाई क्यों नहीं करते। उन की सरकार है बच्ची को इलाज की जब जरूरत थी।
तो समुचित व्यव्सथा नहीं थी। किस की इजाजत से उस बेटी का अंतिम संस्कार किया गया। अब आप दूसरे तत्तवों की तरफ घुमाने की बजाए सीधे मुख्यमंत्री जी बता दे की उस बेटी को न्याय मिलेगा की नहीं मिलेगा। मुझे लगता है की पी़ड़ित परिवार और पूरे देश सुप्रीम कोर्ट के देख रेख में जांच चाहता है। सरकार सुप्रीम कोर्ट की देखरेख की जांच से क्यों भाग रही है।
अगर वो सही है तो उसे जांच से नहीं भागना चाहिए। वहीं सीबीआई जांच पर भरोसा न होने के सवाल पर उन्होंने कहा की आप को याद होगा की मैनपुरी में एक ब्रहम्ण परिवार की बेटी जिस के साथ घटना हुई। जिसमें सीबीआई जांच का आदेश हुआ आज उस का परिवार दर-दर की ठोकर खा रहा है। सीबीआई जांच की सिफारिश हुई आज तक सीबीआई जांच शुरू नहीं हुई।
सजीत यादव का अपहरण हुआ हत्या हुई सीबीआई जांच की सिफारिश हुई लेकिन आज तक शुरू नहीं हुई। यूपीएससी का घोटा हुआ आज तक सीबीआई जांच शुरू नहीं हुई। ये सरकार जांच पर जांच बैठा कर देश और उत्तर प्रदेश की जनता को धोखा दे रही है।
बसपा सुप्रीमों मायावती के राजस्थान में साधू की हत्या के ट्वीट पर अजय कुमार ल्ललू ने कहा। की साजस्थान की जो घटना हुई हम सबकी संवेदना पीड़ित परिवार के साथ है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अविलम्ब परिजनों से बात की उन की मांगों को माना।
बहन जी का जो आरोप है बहन जी सिर्फ यह बता दें न वो हाथरस गई। न वो गोरखपुर न लखीमपुर गई। न किसी के दुख सुख का हस्सा बनीं न किसी मुद्दों पर सड़क पर उतरी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के साथ बदसलूकी हुई। लाठी चार्ज हुआ, कांग्रेस ने सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष किया। बसपा बताए उसने हाथ रस या तमाम दलित भाई बहनों के साथ जो घटनाएं हो रही है उस पर क्या कर रही है।
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विभाजन वाले बयान पर उन्होंने पलटवार किया। और कहा की पूरा देश जानता है की दंगों का मुकदमा किसके ऊपर दर्ज है।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हों या उन के मंत्री हों उन के ऊपर दंगों के मुकदमें दर्ज रहे हैं।सरकार आने के बाद दंगों के मुकदमें वापस लिए गए हैं।
देश जानता है प्रदेश जानता है दलित, पिछड़े, आदिवासी। अल्पसंख्यक लोगों के ऊपर लगातार अत्याचार कौन सरकार कर रही है। कौन आरक्षण छीन रहा है, कौन लोगों विभाजन की स्थिति में प्रदेश को बांटना चाहते हैं, ये पूरा देश जानता है।
रिपोर्ट: दिलीप पांडेय