गोरखपुर। यूं तो देशभर में बढ़ती महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है, घर कैसे चलेगा राशन कैसे आएगा ये तमाम लोगों की समस्या बनी हुई है। इसी बीच अगर आपका मन करे कि कहीं होटल में बैठकर परिवार या दोस्तों संग कुछ खाने का तो आपको अपना जेब देखना पड़ता है ऐसा इसलिए क्योंकि गोरखपुर में स्थित कई रेस्टोरेंट में ग्राहकों से मनमाने रेट लिए जा रहे हैं।
जहां आम चीजों के रेट फिक्स होने चाहिए तो वहीं ऐसे रेस्टोरेंट वाले अपने हिसाब से मेनू पर रेट लिख लोगों का जेब ढीला करा रहे। इसमें सबसे ज्यादा लपेटे में कोई वर्ग आ रहा है तो वो है युवा वर्ग। अच्छे अच्छे चमकदार होटलों में दोस्तों संग जाकर पकवान खाना और फिर तस्वीरें खिंचवाना।
अगर आप सोचेंगे कि किसी होटल में जाकर आप 200-400 रुपये में कुछ खा पीकर परिवार संग वापस आ जाएंगे तो ये आपकी भूल है। ये मान के चलिए होटल के खानों का स्वाद लेने के लिए आपको 1000-2000 रुपये मिनिमम खर्च करने ही पड़ेंगे तब तो आप जाकर गोरखपुर के कुछ होटलों में खाना खा पाएंगे। इसके अलावा अगर आपको प्यास लगी तो वहां मौजूद वेटर आपके टेबल पर पानी वाली नई बोतल रख देगा।
अमूमन पानी आपको 20 रुपये में मार्किट में मिल जाएगा मगर ये जनाब लोग आपको 30-60रुपये वाला पानी देंगे। यही नहीं फ़ास्ट फूड जो युवाओं की लोकप्रिय और पसंददीदा डिशेज़ हैं उसके लिए भी पैसे बेफिजूल के वसूले जा रहे हैं। जहां आपको नॉर्मली मोमोज़, फ्राइड राइस, पनीर टिक्का, सोयाचाप और नॉन वेज के आइटम जायज रेट पर मिल जाते हैं तो वहीं इन चमकदार होटलों में हद से ज्यादा रेट वसूला जा रहा है।
शहर के ही कई परिवार तो ऐसे हैं जो आज तक ऐसे होटलों में जा ही नहीं पाए हैं क्योंकि रेट इतना ज्यादा है जिससे आपका बजट ही बिगड़ जाए। प्रशासन को चाहिए कि होटलों में भी खाने पीने के रेट तय करें ताकि इन रेस्टोरेंट वालों पर लगाम लगे और आमजन को सुविधाएं भी।