जम्मू-कश्मीर के बड़गाम में बुधवार को क्रैश हुए MI-17 हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद (SQUADRON) स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ का शुक्रवार सुबह अंतिम संस्कार किया गया।
Advertisement
चंडीगढ़ के रहने वाले सिद्धार्थ वशिष्ठ की शहादत को पूरा देश सलाम कर रहा है। इस दौरान उनकी पत्नी का जज्बा देखकर लोग दंग रह गए। दरअसल, गुरुवार शाम शहीद स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ का पार्थिव शरीर चंडीगढ़ लाया गया। यहां उनके पार्थिव शरीर को रिसीव करने के लिए एयरफोर्स स्टेशन पर शाम करीब 5.30 मिनट पर एक गाड़ी आकर रुकी।
इस गाड़ी से एक सैन्य अधिकारी और वायुसेना की एक महिला अफसर उतरी। कुछ देर में जैसे ही शहीद स्क्वाड्रन लीडर का पार्थिव शरीर पहुंचा, महिला अफसर की आंखों से आंसू बहने लगे।
यह महिला अफसर और कोई नहीं बल्कि स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ की पत्नी स्क्वाड्रन लीडर आरती थीं। वह अपने पति की पार्थिव देह लेने के किए बकायता वायुसेना की वर्दी में पहुंची थी। पूरे साहस के साथ अपने पति का पार्थिव देह लेकर स्क्वाड्रन लीडर आरती घर पहुंची।
वायुसेना अफसरों की मौजूदगी में राजकीय सम्मान के साथ शहीद सिद्धार्थ का पार्थिव शरीर शाम को उनके घर पर लाया गया। घर पहुंचते ही स्क्वाड्रन लीडर आरती खुद पर काबू नहीं रख पाई और फूट-फूटकर रोने लगी। इस दौरान वहां मौजूद परिवार वालों के साथ चंडीगढ़ के लोगों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर श्रद्धांजलि दी और भारत माता की जय के नारे लगाए।
शुक्रवार सुबह 10:30 बजे शहीद स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ का अंतिम संस्कार किया गया। शहीद स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ के 2 साल के बेटे ने अपने पिता को मुखाग्नि दी।