Home पूर्वांचल सिद्धार्थ नगर विवादित जमीन पर जबरिया निर्माण, एस.डी.एम. के आदेश पर काम बन्द

विवादित जमीन पर जबरिया निर्माण, एस.डी.एम. के आदेश पर काम बन्द

शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर।
शोहरतगढ़ कस्बे में इन दिनों जमीन के जबरिया निर्माण का विवाद थमने का नाम ही नही ले रहा है और थमे भी कैसे जब जिनके कन्धे पर है जिम्मेदारी निगरानी की, और वहीं आँख मूदें बैठे है।
शिकायतकर्ता सुशील कुमार पुत्र बजरंग द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक उसके गाटा संख्या 342 पर एक व्यक्ति द्वारा राजनीतिक और पुलिस दबाव में जबरिया निर्माण किया जा रहा है और तहसील प्रशासन यह नहीं बता पा रहा है कि विवादित स्थल का सही नजरी नक्शा क्या है? कि किसकी किस हद तक जमीन है।
शिकायतकर्ता सुशील कुमार की माने तो तहसील प्रशासन पीड़ित के गाटा नं 342 में रक्बा 0.221 हे0 को 0.192 हे0 नाप कर संतुष्ट कराना चाहते हैं और विपक्षी को लाभ पहुँचाने की नियत से उसे थाने द्वारा परेशान किया जा रहा है। एक तरफ उसे थाने पर बिठाया जा रहा है और दूसरी तरफ विपक्षी को सह देकर उसका अबैध निर्माण करावाया जा रहा है आदि आरोप शिकायतकर्ता ने लगाये है।
प्रश्नगत मामले में यदि पत्रांक 1174/आ0लि0/2018-19, दिनांक 03 जुलाई 2018 के शिकायत संख्या 40018418008654 पर तहसील प्रशासन की रिपोर्ट पर गौर करें तो उस रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा है कि प्रश्नगत प्रकरण रोकवाने विषयक है। प्रकरण की जांच तहसीलदार शोहरतगढ़ से करायी गयी।तहसीलदार की आख्यानुसार प्रश्नगत पत्थर नसब की कार्यवाही की गयी है, पक्षों के विरूद्ध बीच विवाद होने के कारण वाद सिविल न्यायालय में विचाराधीन है। वाद के निस्तारण के उपरान्त ही कोई कार्यवाही किया जाना उचित होगा। एक तरफ ऐसी रिपेर्ट लगाई जा रहार है तो दूसरी तरफ विपक्षी द्वारा निर्माण कार्य भी गड़ाकुल निवासी एक व्यक्ति द्वारा करवाया जा रहा है।
बताते चलें कि प्रश्नगत प्रकरण में शोहरतगढ़ पुलिस ने दोनो पक्षों को थाने बुलाया और फिर विवेक के आधार पर उपजिलाधिकारी शोहरतगढ़ के यहां प्रकरण के निस्तारण के लिए भेज दिया गया, दोनो पक्षों पर अपने अपने दस्तावेज दिखाये गये, जिस पर उपजिलाधिकारी सत्यप्रकाश सिंह ने तत्काल प्रभाव से कार्य को रोकवाकर टीम गठित कर कार्यवाही करने का भरोसा दिया, लेकिन जानकारों की माने तो आबादी के कारण पैमाइश सम्भवन नहीं माना जा रहा है। और वहीं शोहरतगढ़ पुलिस के एस.आई. देवानन्द सिंह द्वारा यह बताया जा रहा है कि शान्ति व्यवस्था के तहत दोनो पक्षों को थाने पर बुलाया गया था, किसी को भी जबरिया निर्माण नहीं करवाया जा रहा है।
फोटो- विवादित स्थल पर हो रहा निर्माण कार्य।

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