महराजगंज जिले में गंडक व राप्ती नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी होने से बाढ़ का खतरा गहरा गया है। रविवार शाम तक गंडक नदी के जलस्तर में .40 तथा राप्ती नदी के जलस्तर में .060 मीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। रोहिन नदी के जलस्तर में .350 मीटर की गिरावट मिली। चंदन नदी का जलस्तर निल रहा। प्यास नदी का जलस्तर .05 मीटर घटा पाया गया। महाव नाला भी स्थिर होकर ढ़ाई फीट पर बहता पाया गया। कमोवेश सोमवार की शाम को भी यही स्थिति रही।
उधर, बस्ती जनपद में बांस का पुल गिर जाने से लोग उफनाती नदी को नाव से पार कर रहे हैं। क्षेत्र के सैकडों गांव को गोरखपुर तथा संत कबीर नगर जनपद से जोड़ने वाला लालगंज घाट का बांस का पुल ध्वस्त हो जाने से राहगीरों को काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। बांस के पुल से थोड़ी दूर पर दो वर्ष से पक्का पुल बन कर तैयार है। पुल तक पहुंचने मार्ग न होने की वजह से लोगों के लिए अनुपयोगी साबित हो रहा है। लोग नाव से नदी पार कर रहे हैं। पैदल तथा साइकिल से यात्रा करने वाले किसी तरह नाव से नदी पार कर लेते लेकिन दो तथा चार पहिया वाहनों को 15 किमी घूम कर जाना पड़ता है।
कुदरहा ब्लाक के कुआनो नदी के लालगंज घाट पर बना बांस का पुल नदी का जल स्तर बढ़ते ही टूट गया । बांस के पुल को बचाने के लिए स्थानीय लोगों ने काफी मशक्कत की लेकिन बढ़ते जल स्तर तथा जलकुंभी का दाबाव पुल झेल न सका।