क्या दो सीट से संतोष करेगी RLD, जयंत चौधरी बोले- उनके लिए रिश्ता अहम

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आम चुनाव 2019 से पहले देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में महागठबंधन ने शक्ल ले ली है। एसपी और बीएसपी दोनों दलों में 38-38 सीटों पर किस्मत आजमाने का फैसला किया है। इसके साथ ही कांग्रेस पर थोड़ी रहम भी की है। कांग्रेस, दोनों दलों के गठबंधन से बाहर है। लेकिन रायबरेली और अमेठी में दोनों दल कांग्रेस के विरोध में नहीं होंगे। इन सबके बीच सवाल ये है कि राष्ट्रीय लोकदल का क्या होगा। गठबंधन से पहले एसपी और बीएसपी आरएलडी को तीन सीट देने पर राजी थे। लेकिन इस तरह की खबरें थीं कि आरएलडी चार सीट चाहती थी। सीटों के ऐलान के बाद साफ हो चुका है कि आरएलडी को दो सीटों से ही संतोष करना पड़ सकता है। राजनीतिक घटनाक्रम के बीच आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए सीटों से ज्यादा महत्वपूर्ण सांप्रदायिक ताकतों को रोकना है। यही नहीं आरएलडी के लिए सीटों से ज्यादा रिश्ते मायने रखते हैं। जयंत चौधरी ने कहा कि लड़ाई मैं की नहीं है, बल्कि हम की है, हम मिलकर चुनाव लडे़ंगे। कैराना में हम मिलजुल कर चुनाव लड़े और वहां तालमेल कामयाब रहा। इस दफा आम चुनाव में हमारे गठबंधन को जबरदस्त कामयाबी मिली। बताया जाता है कि आरएलडी की तरफ से 6 सीटों की मांग की गई थी। लेकिन अब चार सीटों पर बात बन सकती है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि क्या बीएसपी अपने कोटे से कुछ सीटें आरएलडी को देगी या एसपी मुखिया अपने रोचे से कुछ और सीट आरएलडी को देंगे।

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