अगर बालेश्वर बागी हुए तो बिगड़ सकता है कुशीनगर सीट का समीकरण
आयुष द्विवेदी
पूर्व सांसद बालेश्वर यादव की राजनीतिक शुरूवात छात्र राजनीति से हुई और उन्होंने समाजवादी आंदोलनों में बढ़चढ़ कर हिस्सा भी लिया।पडरौना लोकसभा से गठबंधन ने नथुनी कुशवाहा को उम्मीदवार घोषित किया है लेकिन अभी भी बालेश्वर को आस है कि शिर्ष आलाकमान उनकी बातों को सुनेगा। गोरखपुर लाइव से बातचीत में बालेश्वर कहते है कि शिर्ष नेतृत्व जरूर उनकी बात को सुनेगा ।जब उनसे यह सवाल किया गया कि क्या ऐसा उम्मीद है कि गठबंधन से प्रत्याशी को बदला जाएगा ? तो उनका कहना था कि निश्चित तौर पर उनकी बात को सुना जाएगा और अगर वह चुनाव लड़ेंगे तो गठबंधन की जीत होगी लेकिन उन्होंने निर्दलीय लड़ने से इनकार किया वह अब सब कुछ अखिलेश यादव पर छोड़ दिए है।