राज्यसभा के 10 सीटों के लिए 9 बजे से होगा चुनाव, गहमागहमी चरम पर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की दस सीटों के लिये आज होने वाले चुनाव पर सभी राजनीतिक दलों की निगाहें लगी हुई हैं। सभी पार्टियों के विधायक आज मतदान के जरिये अपनी आस्था दलों के प्रति प्रकट करेंगे।
चुनाव की पूर्व संध्या पर राजनीतिक दलों ने रात्रि भोज की रणनीति अपना कर अपने विधायकों को एकजुट रहने का संदेश दिया वहीं चुनाव आयोग ने चुनाव प्रक्रिया पर निगाह रखने के लिये बिहार से विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। दस सीटों के लिये होने वाले इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की आठ और समाजवादी पार्टी की एक सीट पर जीत पक्की है, मगर दसवीं सीट पर भाजपा ने अपना प्रत्याशी उतार कर मुकाबला दिलचस्प बना दिया है। इस सीट के लिये भाजपा और बसपा के बीच कडे मुकाबले के आसार हैं, हालांकि बसपा को सपा और कांग्रेस का समर्थन मिला हुआ है। इस सीट पर बसपा के प्रत्याशी बी आर अंबेडकर और भाजपा के अनिल अग्रवाल के बीच कांटे की टक्कर है। सूत्रों के मुताबिक निर्दलीय और छोटे दलों का समर्थन मिलने से भाजपा आरामदेह स्थिति होने का दावा कर रही है हालांकि इस सीट का फैसला दूसरी वरीय प्राप्त वोटों से निकलेगा। निर्वाचन अधिकारी पूनम सक्सेना ने आज बताया कि स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान की सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। विधान भवन के तिलक हाल में मतदान सुबह नौ बजे से शुरू होकर शाम चार बजे तक चलेगा। मतों की गिनती शाम पांच बजे से शुरू होगी और कल ही मतदान के नतीजे घोषित कर दिये जायेंगे। सुश्री सक्सेना ने बताया कि बिहार के अजय नाईक विशेष पर्यवेक्षक के तौर पर मतदान के दौरान मौजूद रहेंगे, जबकि अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोविंद राजू भी पर्यवेक्षक मतदान प्रक्रिया पर नजर रखेंगे। उन्होने बताया कि मतदान के दौरान मतदाता अपने डाले हुये मत को पार्टी एजेंट को दिखा सकेगा। इस बीच कांग्रेसी विधायकों के लिये पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर दोपहर के भोजन का प्रबंध किया गया, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर और निर्वतमान राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी समेत पार्टी के सभी सात विधायक सम्मलित हुए। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने भी आज अपने आवास पर पार्टी विधायकों को रात्रि भोज के लिये आमंत्रित किया है। विधानसभा में बसपा के 19 विधायक हैं, जिनमें मुख्तार अंसारी जेल में हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर बसपा उम्मीदवार की जीत को लेकर खासा दवाब है। हाल ही में पार्टी विधायकों की एक बैठक में श्री यादव ने कहा था’ बसपा ने हमें उपचुनाव में समर्थन देकर हमारी जीत सुनिश्चित की। अब हमारा दायित्व है कि राज्यसभा चुनाव में हम सब बसपा उम्मीदवार बी आर अंबेडकर के पक्ष में मतदान करें। इससे पहले सपा अध्यक्ष द्वारा कल रात आयोजित भोज में शिवपाल सिंह यादव और निर्दलीय रघुराज प्रताप सिंह ने शिरकत की। दूसरी ओर सपा विधायक नितिन अग्रवाल का भाजपा के पाले में जाने से अखिलेश की चिंता बढ़ गई है। श्री अग्रवाल ने कल रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात की थी। सूत्रों का दावा है कि सपा-बसपा गठबंधन की ताकत परखने के लिये भाजपा ने जानबूझ कर नौवीं सीट के लिये उम्मीदवार उतारा है। बसपा प्रत्याशी को सपा के अतिरिक्त दस में से नौ वोट के अलावा कांग्रेस के सात और बसपा के 19 विधायकों के वोट मिलने की सम्भावना है। विधानसभा में भाजपा गठबन्धन के पास 324 सीटे हैं, जबकि सपा 47, बसपा 19, कांग्रेस सात और रालोद का एक सीट है। इसके अलावा निषाद पार्टी के पास एक और निर्दलीय तीन विधानसभा सदस्य हैं। नामांकित सदस्य वोट नहीं डाल सकेगा, जबकि नूरपुर सीट भाजपा विधायक के निधन के कारण रिक्त है।