शैलेश त्रिपाठी, व्यंगकार। लॉकडाउन के कारण फलाने का लउन्डा बड़ा दुखी था, दरअसल लॉकडाउन के पहले वो सुबह सुबह बनठन के घर से निकल जाता था और दिन भर अपने लफ़ंगे टाइप दोस्तों के साथ एक बाइक पर ट्रिपलिंग करते हुये आवारागर्दी करता जिसमें आती जाती लड़कियों के साथ छेड़खानी करना प्रमुख था पर लॉकडाउन ने उसका ये रूटीन बंद करा दिया था। हालाँकि शुरू में वो निकला पर दो तीन चौराहे पर पुलिस ने उसकी चोर टाइप शक्ल देख के बढ़िया से तोड़ दिया इसके अलावा आजकल स्कूल कालेज भी बंद थे सो वो बड़ा व्यथित था, आलमोस्ट जग सूना सूना लागे रे टाइप मामला था, एक दिन रात को काफी देर तक अपनी इस दीन हीन दशा पर आँसू बहाता हुआ वो ऊपर वाले से दुआ माँग रहा था कि हे ऊपर वाले जल्दी इस स्थिति से मुक्ति दिलाइये और सुबह उसकी लाटरी ही लग गई।
दरअसल सुबह जब वो काफी देर से उठा तो आदतन उसका हाथ अपने मोबाइल पर गया तो उसने देखा उसे किसी ने एक ऐसे वहास्टेप ग्रुप में जोड़ दिया है जिसमें केवल लड़कियाँ ही लड़कियाँ मेम्बर थीं, देखते ही वो ख़ुशी के मारे उछल पड़ा, उसने एक एक आइडी को चेक किया क़रीब ढाई सौ लड़कियाँ ही लड़कियाँ थी वो भी एक से एक ख़ूबसूरत,उसकी तो बाँछे ही खिल गयीं उसने तत्काल ये ख़ुशख़बरी अपने दोस्तों को बताई वो जल के राख हो गए।अब उससे रहा नहीं जा रहा था इतनी सारी लड़कियों में बीच ख़ुद को अकेला पाकर वो मस्त हो गया था, वो तत्काल अपनी मोबाइल की गैलरी में गया और छाँट छाँट के एक से एक बेहद ख़तरनाक टाइप के चार पाँच वीडियो ग्रुप में दे मारे, उसे ये देख के ख़ुशी का ठिकाना न रहा कि जवाब में दो तीन आईडी से भी धाँय धाँय उसी के टक्कर के वीडियो आए, वो ख़ुशी से झूम उठा,वो समझ गया कि अब उसके अच्छे दिन आ गए, सो जल्दी से वो लोटा लेकर शुलभ शौचालय की ओर भागा ताकि जल्दी से लौट के लड़कियों की प्रतिक्रिया देख के बातचीत शुरू करे।
जब वो लौट के आया तो देखा एक ही नंबर से सत्ताईस मिस काल आए थे, वो समझ गया कि जरुर किसी ख़ूबसूरत “मिस” का फोन है उसने फोन लगाया, उधर से किसी लेडी की बड़ी खनक़दार आवाज़ थी, फलाने का लउँडा एकदम मस्त हो गया, उधर से इसका नाम पता पूछा गया, उसने ख़ुशी ख़ुशी बताया, फिर उधर से जो कहा गया उसको सुन के इसके हाथ के तोते उड़ गए, उधर से कड़क के बताया गया कि वो फ़लाँ थाने से फलाने पुलिस इंस्पेक्टर बोल रही हैं। दरअसल शासन के निर्देश पर आनलाइन पढ़ाई के लिए शहर में स्थित फलाने गर्ल्स कॉलेजों की बच्चियों के फ़लाँ सबजेक्ट का वहट्सेप ग्रुप कालेज के पास उपलब्ध नम्बरों के आधार पर बनाया गया था जिसमें तीन नम्बर से बहुत ही अश्लील वीडियो भेजे गए हैं बाकी के दोनों वीडियो भेजने वाले लड़के तो गिरफ़्तार हो गए हैं अब हम तुम्हें भी लेने आ रहे हैं।
उसे याद आ गया कि उसकी बिल्कुल छोटी बहन जैसी गर्लफ़्रेंड भी उसी कॉलेज में पढ़ती है जिससे एक बार स्कूल ने घर का नम्बर माँगा गया था तो उसने फलाने के लउन्डे का नम्बर इसलिए वहाँ नोट करा दिया था कि कभी कोई शिकायत आए तो घर तक न आये, तबसे फलाने का लउंडा स्विच आफ कर के फ़रार है।