लखनऊ। तब्लीगी जमात के चलते उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस (कोविड-19) से संक्रमण के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं। प्रदेश में अब तक 172 संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें से 42 दिल्ली में तब्लीगी जमात कार्यक्रम में शिरकत करने वाले लोग हैं।
वहीं, गाजियाबाद में एमएमजी अस्पताल में जमातियों द्वारा पैरामेडिकल स्टॉफ के साथ गलत व्यवहार के मामले में योगी सरकार ने सख्ती दिखाई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- ये ना कानून को मानेंगे, न व्यवस्था को मानेंगे, ये मानवता के दुश्मन हैं। इन्होंने महिला स्वास्थ्यकर्मियों के साथ जो किया है, वह जघन्य अपराध है। इन पर रासुका (एनएसए) लगाया जा रहा है। हम इन्हें छोड़ेंगे नहीं।
पिछले 24 घंटे में 44 नए केस सामने आए
राज्य में बीते 24 घंटे में कोरोनावायरस के 44 नए केस मिले हैं। 34 टेस्ट किंज जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की लैब पॉजिटिव पाए गए हैं। बाकी 10 टेस्ट राज्य की अलग-अलग लैब में पुष्ट हुए।
केजीएमयू के आइसोलेशन वार्ड के इंचार्ज डॉक्टर सुधीर सिंह ने बताया कि, कानपुर में 6, आगरा में 8, बलरामपुर में 12, आजमगढ़ में 4, प्रतापगढ़ में एक, हरदोई में 2 व शाहजहांपुर में एक कोरोना मरीज की पुष्टि हुई है।
गाजियाबाद में जमातियों के इलाज में अब नहीं तैनात होंगी महिला कर्मी
एमएमजी असपताल में छह जमातियों को क्वारैंटाइन किया गया था। जमातियों ने अस्पताल के कर्मचारियों के साथ अभद्रता की और नर्सों के सामने ही कपड़े उतार दिए। अश्लील इशारे किए जाने का भी आरोप हैं।
इसके बाद वहां से हटाकर जमातियों को राज कुमार गोयल इंस्टीटयूट में क्वारैंटाइन किया गया। इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है।
अस्पताल के सीएमएस डॉ. रविंद्र राणा ने इस बाबत एसएसपी कलानिधि नैथानी से शिकायत की थी।
अब योगी सरकार ने निर्णय लिया है कि, तब्लीगी जमात के लोगों के इलाज में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता और महिला पुलिसकर्मियों को तैनात नहीं किया जाएगा।