रिपोर्ट: शिवानी:- चीन में नये कोरोना वायरस से बुधवार को मरने वालों की संख्या 17 हो गई, जबकि संक्रमण के मामले में तेजी से और अब तक चीन में इससे करीब 444 मामले सामने आ चुके हैं। सरकारी समाचार पत्र ‘चाइना डेली’ की खबर के अनुसार इस वायरस के कारण 70 लोगों की मौत हो चुकी है। वायरस को लेकर भारत में भी सतर्कता बरती जा रही है, देश के सात हवाईअड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है, चीन और हांगकांग से लौटे यात्री की थर्मल जांच की जाएगी। खतरा इसलिए भी अधिक बढ़ रहा है, क्योंकि ये वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी जा सकता है। चीन में इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 444 हो चुकी है।
यह नया कोरोनावायरस दिसंबर महीने में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था, लेकिन अब ये चीन की सीमा को पार करके दूसरे देशों में भी पहुंच गया है।ताजा मामले में यूएस में एक, थाईलैंड में दो और जापान में एक मामला सामने आया है। यूएस वाले मामले में अधिकारियों ने जानकारी दी है कि यह शख्श चीन के वुहान से अमेरिका आया है।
क्या है कोरोना वायरस:
मरीजों में लिए गए इस वायरस के सैंपल की जांच प्रयोगशाला में की गई है।इसके बाद चीन के अधिकारियों और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यह एक कोरोना वायरस है। कोरोना वायरस कई किस्म के होते हैं लेकिन इनमें से छह को ही लोगों को संक्रमित करने के लिए जाना जाता था। मगर नये वायरस पता लगने के बाद यह संख्या बढ़कर 7 हो जाएगी।
नये वायरस के जेनेटिक कोड के विश्लेषण से यह पता चलता है कि मानवों को संक्रमित करने की क्षमता रखने वाले अन्य कोरोना वायरस की तुलना में ‘सार्स’ के अधिक निकटवर्ती है। सार्स नाम के कोरोनावायरस को काफी खतरनाक माना जाता है। सार्स के कारण चीन में साल 2002 में 8,098 लोग संक्रमित हुए थे और उनमें से 774 लोगों की मौत हो गई थी।