गोरखपुर। 3 दिन पहले झंगहा में हुए डबल मर्डर का कब तक खुलासा न होने पर आज परिवार वालों ने गांव वालों के साथ मिलकर सड़क जाम कर दिया। सड़क जाम के दौरान हिंसा भड़क गई और पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।
पथराव और भगदड़ में आधा दर्जन पुलिसकर्मियों सहित कम से कम एक दर्जन लोग चोटिल हो गए।सीओ चौरी चौरा के भी पैर में चोट आई है। रोडवेज की दो बसें, पुलिस की दो गाडि़यां और कई निजी वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए गए।
इस दौरान दोपहर ढाई बजे से शाम पांच बजे तक गोरखपुर-देवरिया राष्ट्रीय राजमार्ग जाम रहा।प्रदर्शन के दौरान कोरोना से बचाव के लिए की जाने वाली सोशल डिस्टेंसिंग तार-तार हो गई।
हालांकि कई ग्रामीण मुंह पर मास्क लगाए थे। उनके हाथों में लाठियां थीं। वे पुलिस के खिलाफ लगातार नारेबाजी कर रहे थे।
शाम करीब साढ़े चार बजे ग्रामीण पुलिस टीम के खिलाफ अचानक से उग्र हो गए। उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। उस समय पर्याप्त फ़ोर्स नही होने के कारण पुलिस को पीछे हटना पड़ा।
इसके बाद शहर से कैंट, झंगहा, चौरीचौरा और अन्य थानों की फ़ोर्स मौके पर पहुंची। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों को सड़क से खदेड़ दिया। शाम 5 बजे जाम खत्म हो गया।
आक्रोशित लोगों ने खोराबार और झंगहा थाने की पुलिस पर मामले में गम्भीर आरोप लगाए। लोगों ने कहा कि पुलिस, मामले को दबाने और हत्यारोपियों को बचाने में लगी है।हत्यारोपियों से उसकी सांठगांठ है। हालांकि पुलिस ने इन आरोपों का खंडन किया है।
एसएसपी डा.सुनील गुप्ता ने कहा है कि पुलिस लगातार दबिश दे रही है। जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा। हत्यारों को उनके किए की कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।