महाराजगंज। महाराजगंज जनपद के श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र के बरवा उर्फ सियरहिभार निवासी मजीबुल्लाह खान जो वर्तमान समय लक्ष्मीपुर जरलहिया में अपने परिवार के साथ रहते है।
इनके ऊपर तहसीलदार सदर द्वारा खेत मे पराली जलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर नोटिस भेजा गया है । नोटिश में आरोप है कि आप ने अपने खेत आराजी संख्या 155 रामपुर में पराली जलायी है । जिसकी रिपोर्ट लेखपाल उदय भान द्वारा लगाया गया।
वही किसान मजीबुल्लाह पुत्र गुलसफा का कहना है कि जिस आराजी नम्बर 155 पर मुकदमा किया गया है उस खेत की फसल अभी तक कटा ही नही है तो पराली कहा से जल गयी।
हकीकत जानने के लिए किसान के आराजी संख्या 155 पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि साबिर अली के साथ मौके पर जाना गया तो हकीकत जान कर होश उड़ गए कि किसान मजीबुल्लाह के खेत मे अभी फसल पक कर खड़ी है और किसान के नाम पर पराली जलाने का मुकदमा हो गया ।
जब इस सम्बंध में लेखपाल उदय भान से फ़ोन द्वारा सम्पर्क किया गया तो उनका कहना है कि मैं फ़ोटो देख कर और मौके पर जाकर रिपोर्ट लगाया हु । अब सवाल यह है कि जब मजीबुल्लाह का खेत कटा ही नही है तो पराली जली कैसे , लेखपाल किसके खेत को देख कर और फ़ोटो लेकर रिपोर्ट लगा दिए । प्रशासन के इस कारनामे से किसान परेशान है ।
और अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है। यह पहली घटना नही है ऐसे कई मामले देखने को मिल रहा है । जहाँ पराली जलाने के नाम पर किसानों पर मनमाने ठंग के मुकदमा दर्ज किया जा रहा है और जुर्माने की नोटिस थमा दी जा रही है । किसान करे तो क्या करें अब जुर्माना भरे या जेल की हवा खाये ।
कही रात में अगर किसान खेत पर है ठंड से बचने के लिए अगर थोड़ा आग जला लिया कि ठंड से बच जाउ तो अगले दिन उस पर पराली जलाने के नाम पर प्रशासनिक कार्यवाही हो गई क्या इस पर तहसीलदार लेखपाल केवल हकीकत जाने ही किसी के कहने पर सीधा मुकदमा कर दे रहे है ।
मजीबुल्लाह के मामले में दोषी कौन है ? क्या प्रशासन जूठा रिपोर्ट लगाने वाले के खिलाफ कार्यवाही करेगी या नही , यह तो जिम्मेदार लोगों पर सवालिया निशान है ।
रिपोर्ट: शेषमणि पांडेय