आजमगढ़। यूँ कहने को तो आज हमारा समाज शिक्षित हो चुका है, युवा वर्ग अब पुराने आडम्बरों के परे बेहतर सोच की तरफ देख रहा है लेकिन आज भी समाज में दहेज़ के लोभियों की मौजूदगी है इस हमारे समाज में।
दहेज़ प्रथा जैसे कुरीतियों से आज भी हमारा समाज छुटकारा नही पा सका है। ऐसे ही दहेज़ लोभियों से जुड़ा के हैरान करने वाला मामला उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से आया है। जहां मनमाफिक रुपये, सोने की चैन आदि सामान नहीं मिलने से नाराज दूल्हा बारात लेकर दुल्हन के घर नहीं गया।
आजमगढ़ जिले के सिधारी थाना क्षेत्र के समेंदा गांव के रहने वाले युवक की शादी अम्बेडकर नगर जिले के चकिया गांव में एक युवती से तय हुई थी। शादी में एक लाख 30 हजार रुपये नकद देने पर रजामंदी हुई।
दुल्हन पक्ष ने वर पक्ष को एक लाख रुपये शादी की से पहले ही दे दिए। तीस हजार रुपये बाकी थे जिसे वधू पक्ष ने शादी में देने का वादा किया।
आरोप है कि वर पक्ष के लोगों ने शादी के दिन से ठीक तीन दिन पहले बाइक के रूप में पचास हजार नकद और सोने की चैन मांगी। वधू पक्ष का कहना है कि उन्होंने इसके लिए हामी भर दी कि शादी के मंडप में सब दे दिया जायेगा।
बावजूद इसके दहेज लोभी वर पक्ष 11 दिसम्बर को वधू पक्ष के दरवाजे पर बारात लेकर नहीं पहुंचा जिसके बाद 12 दिसम्बर को वधू के साथ परिजन समेंदा गांव में दुल्हे के घर धमक पड़े।
वाद विवाद और लेन-देन में मामला बिगड़ता देख मौके पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को थाने में ले आई। जहां वधू पक्ष ने थाने में पूर्व में दिए गए एक लाख नकद और शादी में खरीदे गये सामान के साथ ही खर्च की मांग करते हुए थाने में तहरीर दी है। उन्होंने ने लड़के वालों के खिलाफ थाने में लिखित तहरीर भी दी है।