गोरखपुर। गोरखपुर मंदिर पर हमले की जांच में हमलावर के बारे में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं। सुरक्षा व खुफिया एजेंसियों ने अपनी जांच में मंदिर पर हमला करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी की परत दर परत खोल रही हैं।
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इसलिए टूटी थी सगाई
दो भाई-बहन में मुर्तजा छोटा है। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। पिता ने बताया कि अप्रैल 2018 में मुर्तजा की शादी गाजीपुर जिले में तय हुई। सगाई के दिन तबीयत बिगड़ने पर लड़की वालों ने रिश्ता तोड़ दिया। उसके बाद 2020 में जौनपुर में शादी हुई। यह रिश्ता भी ज्यादा दिन नहीं चला। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक मुर्तजा किसी कंपनी में केमिकल इंजीनियर था। उसकी गतिविधियों के चलते ही अक्टूबर 2020 में उसे कंपनी से निकाल दिया गया था। उसकी हरकतों से तंग आकर उसकी पत्नी भी बाद में उसे छोड़कर चली गई थी।
गोरखपुर में हुई है नर्सरी की पढ़ाई
मुर्तजा ने नर्सरी की पढ़ाई गोरखपुर में की है।उसके बाद परिवार के साथ मुंबई चला गया।नवी मुंबई में मुनीर का फ्लैट है।अक्टूबर 2020 में घर आने के बाद उन्होंने फ्लैट किराए पर दे दिया है।बीच-बीच में देखभाल करने वह मुंबई जाते रहते हैं।
मुर्तजा के बारे में पिता ने किया यह दावा
मुर्तजा क पिता मुनीर का दावा है कि बेटे की तबीयत ठीक नहीं रहती और उसको बचपन से ही घबराहट होती थी। वह कुछ न कुछ हरकतें करता रहता था। वर्ष 2017 से अहमदाबाद के एक न्यूरोलाजिस्ट उसका उपचार कर रहे थे। पिछले साल अक्टूबर माह में ही उसे डाक्टर को दिखाया गया था। एक सप्ताह पहले वह मुंबई में स्थित अपने फ्लैट पर गए थे। दो अप्रैल की शाम को वहां से लौटे हैं। मुनीर प्रयागराज सिविल कोर्ट में प्रैक्टिस कर चुके हैं। वर्ष 1989 में वह मुंबई चले गए जहां कई कंपनियों में बतौर लीगल एडवाइजर काम किया। नवी मुंबई के डीएवी पब्लिक स्कूल से मुर्तजा ने हाईस्कूल और इंटर की पढ़ाई की। बोर्ड परीक्षा में उसे 90 फीसदी से अधिक अंक मिले थे। 12वीं के बाद उसका एडमिशन आइआइटी बाम्बे में हो गया। 2015 में आइआइटी पास करने के बाद उसने एक प्राइवेट फर्म में 10 माह तक नौकरी की। काम में मन न लगने पर नौकरी छोड़ दी। फिर 2017 में जामनगर की आयल कंपनी में अक्टूबर 2020 काम किया और उसके बाद गोरखपुर चला आया।
मुर्तजा के घर से लेकर मेडिकल कालेज तक सक्रिय रहीं खुफिया एजेंसियां
इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी) की टीम मुर्तजा को लेकर घटना के दिन से ही सक्रिय है। सुरक्षा व खुफिया टीमें आरोपित अहमद मुर्तजा अब्बासी के घर, मेडिकल कालेज, जिला अस्पताल तक छानबीन करती रहीं। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि आने वाले दिनों में इसकी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) भी कर सकती है। ऐसा पहली बार है गोरखनाथ मंदिर गेट पर पीएसी जवानों पर किसी ने हमला किया है।
हमला का उद्देश्य जानने में जुटीं खुफिया एजेंसियां
गोरखनाथ मंदिर गेट के बाहर पीएसी जवानों पर हुए हमले को लेकर खुफिया एजेंसियां पूरी तरह सक्रिय हो गई हैं। वह एक-एक बिंदु की जानकारी ले रही है और साथ ही इसकी छानबीन कर रही है कि मुर्तजा के हमले का उद्देश्य क्या हो सकता था। उसकी आगे की योजनाएं क्या थीं। मुर्तजा आमतौर पर घर से बाहर कम ही निकलता था। फिर भी आइबी की टीम छानबीन में जुटी हुई है कि स्थानीय स्तर पर उसके संपर्क में कौन-कौन था। ताकि उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके और जरूरत पड़ने पर उन कार्रवाई की जा सके। खुफिया एजेंसियां इस बिंदु को भी खंगाल रही है कि आरोपित किन देशों की यात्रा कर चुका है और वह वहां किन-किन लोगों से संपर्क में था। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि मुर्तजा का पकड़ा जाना बड़ी उपलब्धि है। इससे सुरक्षा एजेंसियों को और चौकन्ना रहने की आवश्यकता है।