उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को बुधवार को सभी आरोपों से बरी कर दिया है। स्वामी प्रसाद पर आरोप था कि उन्होंने 2012 के विधानसभा चुनाव में साड़ी व रुपये बांटा था इसी के साथ उनपर चार मुकदमे दर्ज थे। उन पर दर्ज चारों मुकदमे वापस हो गए। विधानसभा चुनाव में स्वामी प्रसाद मौर्य सदर (पडरौना) विधानसभा सीट पर बसपा से उम्मीदवार थे। कांग्रेस उम्मीदवार राजेश जायसवाल की शिकायत पर 24 जनवरी 2012 को उनके विरुद्ध नगर कोतवाली में मुकदमे दर्ज हुए थे। उन पर समर्थकों संग नगर के भूतनाथ कालोनी में रुपये व साड़ी बांटने का आरोप था।
इसी तरह बिना अनुमति बैठक कर रुपये बांटने, बिना अनुमति खिरकिया बाजार में सभा करने तथा शाम को काफिले के साथ सिधुआ बाजार में बैठक करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए थे। मौर्य पर दर्ज इन मुकदमों को शासन स्तर से वापस लिए जाने की पहल की गई थी। इस पर राज्यपाल की अनुमति के बाद जिला अभियोजन पक्ष की तरफ से डीजीसी जीपी यादव ने प्रार्थनापत्र अपर सत्र न्यायाधीश व विशेष अदालत एमपी-एमएलए अभिमन्यु सिंह की अदालत में पेश किया, जिसे स्वीकार कर लिया गया।