देवरिया। यूँ तो कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से पूरा विश्व परेशान है लेकिन देवरिया जिले के कंट्रोल रूम के सामने एक ऐसी घटना सामने आई जिसे सुनकर हर किसी की आंखों से आंसू निकल आए। दरअसल देवरिया के विकास भवन कंट्रोल रूम में शनिवार को पुणे से एक फोन आया। फ़ोन करने वाला व्यक्ति देवरिया का ही था। लेकिन उसने जो बताया वह सुनकर कंट्रोल रूम के अधिकारियों का कलेजा कांप गया।
फोन करने वाले ने बताया कि देवरिया के 15 वर्कर पुणे फंसे हैं। उनके पहुंच राशन और प्रशासक खत्म हो चुका है। पिछले 3 दिनों से पानी पीकर गुजारा कर रहे हैं, लेकिन अब भूख सही नहीं जा रही। साहब, अगर आज शाम तक खाना नहीं मिला तो हम सभी जान दे देंगे।
यह जानकारी मिलते ही देवरिया के सीडीओ शिवशरणप्पा एक्शन में आए। 1 दिन में कई बार युवकों से बात करते हैं हर बार मना लोगों का हौसला बढ़ाया है। दूसरी तरफ हो हमें पुणे के अधिकारियों से संपर्क बनाकर जल्द से जल्द युवकों को राशन उपलब्ध कराना की रिक्वेस्ट की। पुणे के अधिकारियों ने भी जल्द ही वर्कर्स को राशन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया तब जाकर सीडीओ के जान में जान आई।
कंट्रोल रूम के प्रभारी अनित कुमार व भटियानी कर्मचारी फोन पर लगातार कुए में फंसे वर्कर से बात करते रहे और उनका हौसला बढ़ाते रहें। उन्होंने न सिर्फ योग को बल्कि उसके साथियों को भी समझाया।
युवक ने बताया कि वह मार्च में देवरिया के ही के कुछ कामगारों के साथ नौकरी की तलाश में पुणे पहुंचा था। तभी लॉकडाउन हो गया। अब वह जिले के 15 युवकों के साथ भूखे पेट रहने को मजबूर है।