गोरखपुर। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत 24 से 27 जनवरी तक गोरखपुर में प्रवास करेंगे। वह यहां पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के जिला स्तर और उसके ऊपर के पदाधिकारियों की बैठक में शामिल होंगे। इसके अलावा कुछ अन्य कार्यक्रमों में भी भाग ले सकते हैं।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर देश भर में मचे घमासान और 2022 में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र संघ प्रमुख के इस दौरे को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। चार दिन के प्रवास में किसी एक दिन संघ प्रमुख के सामने गणवेशधारी स्वयंसेवक शारीरिक कौशल का प्रदर्शन भी कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में संघ प्रमुख सार्वजनिक रूप से अपने विचार भी रख सकते हैं।
आरएसएस सूत्रों के अनुसार क्षेत्र के पदाधिकारियों की बैठक का मुख्य विषय संगठन विस्तार होगा। इसमें स्वयंसेवकों की भर्ती और शाखाओं को लेकर बात होगी। बैठक में करीब तीन सौ स्वयंसेवकों के शामिल होने की सम्भावना है। इसके पहले संघ प्रमुख 2016 में गोरखपुर आए थे। तब उन्होंने गीता वाटिका में ‘युगद्रष्टा महामानव भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार विषय पर आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित किया था। 2014 में भी संघ प्रमुख का गोरखपुर प्रवास हुआ था। तब उन्होंने बिलंदपुर खत्ता में आयोजित राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रशिक्षण शिविर में स्वयंसेवकों को सम्बोधित किया था।