भारत में कोरोना वायरस से प्रभावित सबसे बड़ा राज्य महाराष्ट्र है जहां पर 900 के करीब लोग संक्रमित पाए गए हैं. वहीं केवल मुंबई में 458 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. सोमवार दोपहर नवी मुंबई नगरपालिका अस्पताल में डॉक्टर्स की चुनौती उस वक्त बढ़ गई जब उन्हें एक कोरोना पॉजिटिव महिला की डिलीवरी करानी थी. डॉ. राजेश म्हात्रे के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने कोरोना वायरस से पीड़ित गर्भवती महिला की डिलीवरी शुरू की. आखिरकार ऑपरेशन की मदद से डिलीवरी सफल रही और एक बच्ची का जन्म हुआ.
शुरुआत में यह काम मुश्किल लग रहा था. रविवार शाम को ही महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी. ऐसे में डॉक्टर्स के लिए मुश्किल ये था कि वो बच्चे को बचाएं या मां को. अगर मां का इलाज शुरू किया जाता तो गर्भ में पल रहे बच्चे को भारी नुकसान पहुंच सकता था.
ऐसे में डॉ. राजेश म्हात्रे की टीम ने ऑपरेशन से बच्चे को गर्भ से बाहर निकालने का प्लान बनाया. डॉक्टर्स के लिए गर्भवती महिला को यह बताना जरूरी था कि वो ऑपरेशन क्यों कर रहे हैं. जिससे कि वो मानसिक रूप से इसके लिए तैयार हो सके. जब सभी लोग इस बात के लिए तैयार हो गए तो पांच डॉक्टर्स की एक टीम ऑपरेशन के लिए आगे बढ़ी.
गर्भवती महिला मुंबई की रहने वाली है, लेकिन लॉकडाउन से पहले ही अपनी मां के पास नवी मुंबई आई थी. आखिरकार सोमवार दोपहर गर्भवती महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया.
बच्ची को तुरंत बेबी बॉक्स में डाल दिया गया. डॉक्टर्स के मुताबिक वह ठीक है. फिलहाल बच्ची का परीक्षण भी किया जा रहा है कि कहीं वो भी कोरोना वायरस से पीड़ित तो नहीं हैं. ऑपरेशन के तुरंत बाद, महिला को भी COVID-19 के उपचार के लिए भेज दिया गया है. उसे दवाई दी जा रही है. डॉक्टर्स के मुताबिक महिला पर दवाई अच्छा असर भी कर रहा है.