शहर के राणा अस्पताल ने परिजनों को 1 लाख 10 हजार रुपए लौटाए, कोरोना काल में मचाई थी लूट

705

कोरोना की दूसरी लहर जब पीक पर थी तो शहर के कई अस्पतालों ने मनमाने तरीके से खूब पैसा कमाया। बिना किसी मानक के मरीजों से पैसे वसूले। कई ऐसे मामले सामने आए जहां 2-4 दिनों में कई लाख का बिल बना दिया गया।

Advertisement

लेकिन अब उन अस्पतालों पर शिंकजा कस रहा है। ऐसा ही मामला शहर के राणा हॉस्पिटल का सामने आया है। मरीज के परिजनों की शिकायत पर हुई जांच में यह बात सामने आई है कि हॉस्पिटल संचालक ने मरीज के परिजनों से जमकर धन उगाही की थी।

प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के दबाव के बाद आखिरकार अस्पताल ने 1,10,706 रुपये का चेक पीड़ित परिजनों को सौंपा है।

जानकारी के अनुसार सोनबरसा के रहने वाले मनीष मोदनवाल ने आरोप लगाया था कि उनके पिता दिनेश मोदनवाल कोरोना संक्रमित हुए तो उन्हें राणा हॉस्पिटल में 22 अप्रैल को भर्ती कराया गया।

भर्ती होने के दौरान प्रतिदिन 14 हजार बेड का खर्च बताया गया था। लेकिन उसके बदले प्रतिदिन 20 हजार रुपये वसूले गए।

इसके अलावा 20-25 हजार रुपये की दवा के नाम पर अलग से रुपये जमा कराते थे। बाहर से इंजेक्शन भी मंगाते थे।