कोरोना प्रकोप के चलते जेल से अंतरिम जमानत पर छोड़े गए बंदी लॉकडाउन में फिर अपराधों को अंजाम देने में जुट गए हैं। कई को पुलिस ने दोबारा अपराधों को अंजाम देने में गिरफ्तार किया है।
ये पुलिस के लिए एक बार फिर से सिरदर्द साबित हो रहे हैं। लिहाजा पुलिस और क्राइम ब्रांच ने इनकी निगरानी और सख्त कर दी है।
मंडलीय जेल से अब तक 201 बंदी और 26 कैदी छोड़े जा चुके हैं। इनमें अधिकांश गोरखपुर के हैं। बंदियों में अधिकांश सात साल या उससे कम सजा वाले अपराधों चोरी, छिनैती, मारपीट, कच्ची शराब की तस्करी आदि में बंद थे। जेल से छूट कर घर जाने के बाद ये फिर अपने काम में जुट गए हैं।
इनमें से कुछ कच्ची शराब बेच रहे हैं तो कुछ चोरी आदि में संलिप्त हो गए हैं। लिहाजा लॉकडाउन में कच्ची शराब बेचे जाने और चोरी की घटनाएं बढ़ गई हैं। कई लोगों को पुलिस दोबारा गिरफ्तार भी कर चुकी है।
राजघाट पुलिस ने कच्ची शराब बेचने में पकड़ा
राजघाट पुलिस ने जेल से छूटे तुर्कमानपुर निवासी कासिम, इमरान और संतोष को सात अप्रैल को अमरूतानी के पास से कच्ची शराब बेचते हुए पकड़ा। इनके पास से तीस लीटर शराब भी बरामद की गई थी।
सीओ कोतवाली वीपी सिंह के अनुसार पुलिस की जांच में आया कि कुछ दिन पहले ही ये चोरी के आरोप में जेल गए थे। बाद में चार अप्रैल को इन्हें अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
इसी प्रकार खोराबार पुलिस ने भी जेल से छूटे दो लोगों को कच्ची शराब के साथ सात तारीख को पकड़ा था। बाद में इन सभी के खिलाफ केस दर्ज कर मुचलके पर रिहा कर दिया गया।