बस्ती। सरकार भले ही गरीबों को आवास मुहैया कराने का दावा करे लेकिन उसका लाभ बस्ती जिले के गरीब परिवार को नहीं मिल पा रहा। साहब आखिर क्यों नही दिया जाता पात्रो को आवास कैसे निर्धारित की जाती है पात्रता की श्रेणी।
वर्षों से रिहायशी झोपड़ी के ऊपर पन्नी तानकर जीने को मजबूर है ऐ गरीब परिवार।बस्ती जिले के हर्रैया विकास खण्ड के बडेरिया ग्राम सभा के रतास गोसाईं गाँव का है पूरा मामला।
बरसात में पड़ोसी के घर पर रात गुजारने को मजबूर है ऐ गरीब परिवार।आखिर कब तक इस गरीब परिवार को मिलेगा आवास,क्या किसी हादसे का इंतजार कर रहे ब्लॉक के उच्च अधिकारी।
रिपोर्ट-दिलीप पांडेय