बस्ती। बस्ती में एक वृद्ध महिला अधिकारियों की लापरवाही के कारण दर दर की ठोकरे खाने पर मजबूर है। वृद्ध महिला विधवा है और उसके पास रहने को आवास नहीं है जिसके लिए उसने कई बार जिम्मेदारों से गुहार लगाई। महिला की परेशानियों को देखते हुए बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी खुद मामले को संज्ञान में लेते हुए अधिकारियों को पत्र लिख महिला को आवास आवंटन करने की बात कह चुके हैं लेकिन अधिकारियों की नींद ही नहीं खुलती कि वृद्ध महिला की मदद करें।
जहां प्रदेश सरकार बेघर को आवास देने के बड़े बड़े दावे कर रही है। वही जनपद बस्ती के ब्लॉक गौर में एक अति गरीब पीड़ित विधवा वृद्धि महिला सरकारी आवास की उम्मीद में दर-दर भटकने को मजबूर है।
कई बार तहसील दिवसों के चक्कर काटकर थक चुकी महिला ने अब सांसद बस्ती से एक नही दो दो बार गुहार लगाई और आवास उपलब्ध कराए जाने की मांग की।लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
गौर ब्लॉक के गांव परासडीह निवासी कैलाशा देवी पत्नी पुल्लू उम्र 70 वर्ष ने सांसद को दिए प्रार्थना पत्र में बताया है कि पीड़िता के पास रहने के लिए घर नही पीड़िता अति गरीब और छप्पर और पल्ली के घर मे रहती है।पीड़िता ने बताया कि किसी तरह इधर उधर मेहनत मजदूरी करके जीवन यापन करती है और रहने को छत नहीं है।
सांसद बस्ती हरीश द्विवेदी ने जिला अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी को लिख चुके हैं पत्र-कई वर्ष बीत जाने के बाद भी अधिकारी नहीं ले रहे हैं संज्ञान।
रिपोर्ट-दिलीप पांडेय