हिन्दी भाषा को और सशक्त बनाने की आवश्यकता- डॉ. अभिषेक पांडेय
बड़हलगंज। नेशनल कालेज आफ ला बड़हलगंज में हिंदी दिवस के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में प्राचार्य डॉ अभिषेक पाण्डेय ने कहा कि हिन्दी, हिन्दू, हिन्दुस्तान, भारत की है यही पहचान। 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिंदी एक ऐसी भाषा है जिसके माध्यम से कोई व्यक्ति बड़ी आसानी से अपने विचारों को व्यक्त कर सकता है तथा दूसरों के विचारों को आसानी से समझ सकता है। एक इण्टर-व्यू में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हिंदी भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि भारत और अमेरिका एक अच्छे दोस्त।
हिंदी भाषा को और सशक्त बनाने की आवश्यकता है। मुख्य नियंता चन्द्र भूषण तिवारी कहा कि 14 सितंबर को हिन्दी दिवस मनाते जाने के पीछे उद्देश्य यह है कि हिन्दी को राष्ट्रभाषा के रूप में स्थापित किया जाए।26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू होने के साथ ही संविधान के अनुच्छेद -343(1) के अन्तर्गत भारत की राजभाषा हिंदी और लिपि देवनागरी है।
डॉ सरिता गुप्ता, आशीष कुमार गुप्ता ने कहा कि ‘बिनु निज भाषा ज्ञान के, मिटत न हिय के सूल’। अर्थात अपनी भाषा से ही उन्नति सम्भव है। क्योंकि यही सारी, उन्नतियों का मूलाधार है। अपनी भाषा के ज्ञान के बिना मन की पीड़ा को दूर करना मुश्किल भी है। गोष्ठी को फखरुद्दीन व इन्द्र भूषण तिवारी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में सलोनी त्रिपाठी, प्रियंका, आशीष कुमार मिश्रा, दीपेश कुमार श्रीवास्तव, भाग्यश्री, प्रिया चौहान, गंगोत्री, राहुल गोंड आदि मौजूद रहे।