गोरखपुर। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) में अब पांच की बजाए छह डीन (अधिष्ठाता) होंगे। डीन की मदद के लिए सात एसोसिएट डीन रखे जाएंगे। विश्वविद्यालय में पाठ्यक्रमों की बढ़ोत्तरी के बाद व्यवस्था को संभालने के लिए प्रशासनिक ढांचे में भी बदलाव की तैयारी है। एमएमएमयूटी प्रशासन ने पूरा खाका तैयार कर लिया है। अगले साल जनवरी में इस प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा।
एमएमएमयूटी में अभी पांच डीन के पद हैं। इनमें फैकेल्टी, स्टूडेंट, यूजी, पीजी, एल्युमिनी एवं प्लानिंग के अलग-अलग डीन हैं। लेकिन पिछले पांच सालों में कई नए पाठ्यक्रम संचालित हुए हैं लिहाजा विद्यार्थियों की संख्या काफी बढ़ गई है। व्यवस्थाओं को संभालने में परेशानी हो रही है। ऐसे में अब कई डीन के कार्य को आपस में मर्ज कर दिया गया है।
प्रस्ताव के मुताबिक फैकेल्टी व स्टूडेंट के अलग-अलग डीन होंगे लेकिन पीजी और यूजी का कार्य को मिलाकर एक डीन को सौंपा गया है। इसी तरह प्लानिंग संकाय के साथ ही रिसर्च प्रोजेक्ट कं सलटेंसी को रखा गया है। जबकि इंफ्रास्ट्रक्चर और वाह्य मामले के भी डीन बनाए गए हैं। सभी संकायों में एक-एक डीन नियुक्त होंगे और यूजी और पीजी संकाय में दो एसोसिएट डीन तैनात किए जाएंगे।
कुलपति एमएमएमयूृटी प्रो एसएन सिंह ने बताया कि कई पाठ्यक्रम बढ़े हैं। इससे विद्यार्थियों की संख्या भी बढ़ी है। व्यवस्था को सही ढंग से संचालित करने के लिए एक संकाय बढ़ाया जाएगा। अब असिस्टेंट की जगह एसोसिएट डीन रखे जाएंगे। विश्वविद्यालय बोर्ड की बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा। बोर्ड की मंजूरी के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा।
अब ये डीन होंगे
डीन फैकेल्टी, डीन स्टूडेंट, डीन पीजी एंड यूजी, डीन रिसर्च प्रोजेक्ट कंसलटेंसी, डीन इंफ्रास्ट्रक्चर एंड प्लानिंग एवं डीन वाह्म मामले।
एसोसिएट डीन के सृजित पद
एसोसिएट डीन यूजी एंड पीजी, छात्रावास, स्टूडेंट वेलफेयर, सिविल, इलेक्ट्रिकल एंड एयरकंडीशन, डिजिटल इंफारमेशन एवं इंफ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग।