गोरखपुर। प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ एक तरफ जहाँ प्रदेश को भय मुक्त बनाने को जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं। वहीँ उन्ही के पार्टी के विधायक सजायाफ्ता मुजरिम को साथ लेकर घूम रहे हैं और सीएम कार्यालय में पहुंचकर मुख्यमंत्री से मिलवा रहे हैं।
बता दें कि बीते दिनों सन्तकबीरनगर जनपद के धनघटा विधायक गणेश चौहान अपने साथ एक आजीवन कारावास प्राप्त और पैरोल पर रिहा अपराधी को लेकर लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में पहुंचकर नाथनगर और महुली को नगर पंचायत का दर्जा दिए जाने से सम्बंधित मांग पत्र सौंपने गए थे।
जहां उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उक्त पत्रक भी सौंपा।इस दौरान मुख्यमंत्री कार्यालय में खींची गई तस्वीर में उक्त व्यक्ति विधायक के साथ दिख रहा है।
अब ऐसे में मुख्यमंत्री के जीरो टॉलरेंस की नीति समझ से बाहर है।विधायक के साथ दिख रहे व्यक्ति के खिलाफ धनघटा थाने में मु अ सं23/97 धारा 302,120 बी,506,धारा 3(2)5के तहत अभियोग पंजीकृत है।
इस संदर्भ में जब गोरखपुर लाइव ने धनघटा विधायक से बात की तो उन्होंने कहा की वो घटना नहीं दुर्घटना कह सकते है इसलिए वो मुजरिम नहीं है।
सवाल ये है की जिसको कोर्ट ने मुजरिम करार दिया उसे विधायक जी कह रहे है की उनके साथ ये घटना हो गईं थीं।