मृतक पत्रकार ने इलाज के दौरान आखरी बयान में गांव वालों समेत प्रधान पर हत्या का आरोप लगाया है।
मरने से पहले उसने कहा – मैं खबर लिख रहा था…तभी गांव के लोगों ने प्रधान के साथ मिलकर आग लगा दी।
मामले में एसपी देवरंजन वर्मा ने बताया कि दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ की जा रही है। मामला कोतवाली देहात क्षेत्र के कलवारी गांव का है।
यहां के निवासी राकेश सिंह निर्भीक (45) पेशे से पत्रकार के आवास में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई।
आग इतनी भीषण थी कि आवास की एक दीवार गिर गई है। बेड व अन्य सामान जल गया है।
गंभीर रूप से जले पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक को आनन-फानन में जिला मेमोरियल चिकित्सालय ले जाया गया।
यहां से उसे लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि 96 फीसद तक झुलस चुके थे। उनके एक साथी नगर कोतवाली के विशुनीपुर मुहल्ला निवासी विश्व हिंदू महासंघ के नगर उपाध्यक्ष पिंटू साहू का शव घटनास्थल पर ही जला हुआ मिला।
सूचना पर मौके पर पहुंचे डीएम कृष्णा करुणेश व एसपी देवरंजन वर्मा ने घटना स्थल का जायज़ा लिया। घटनास्थल की छानबीन कर जांच की जा रही है।
इलाज के दौरान पत्रकार राकेश सिंह ने अपने बयान में गांव वालों समेत प्रधान के ऊपर हत्या का आरोप लगाया है।
उसने कहा – ”मैं खबर लिख रहा था…तभी गांव के लोगों ने प्रधान के साथ मिलकर आग लगा दी…बचा लो वरना मर जाऊंगा अभी…मुझे बचा लो…