जिंदगी की ‘होप’ खो चुके किशोर को ‘होप पैनेशिया हॉस्पिटल’ ने दिया सहारा, इलाज शुरू
गोरखपुर। किडनी की गंभीर बीमारी व खून की कमी से परेशान 13 साल का आदित्य इलाज के लिए इधर उधर भटक रहा था। उसके परिजनों को समझ नहीं आ रहा था कि इसका इलाज कहाँ होगा और होगा भी तो पैसे कहां से आएंगे? किशोर की बीमारी की सूचना गाँव के ही शिशिर तिवारी ने सोशल मीडिया पर शेयर की जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन की नजर उसपर गयी और इलाज शुरू हुआ। आपको बता दें कि किशोर की दोनों किडनी खराब है उसे हीमोग्लोबिन की कमी भी है। किशोर का इलाज बीआरडी में चल रहा था जिसके बाद उसे केजीएमयू और फिर पीजीआई रेफेर कर दिया गया था। लेकिन उसका इलाज नहीं हो पा रहा था।
किशोर की जिंदगी की आशा खो चुके परिवार को थोड़ी आश तब जगी जब गोरखपुर के पैनेशिया हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने आदित्य का इलाज शुरू किया। अस्पताल के सीईओ मनी सिंह ने बताया कि डॉ. विजय पांडेय व डॉ. विजय प्रताप सिंह ने बच्चे का इलाज करने का फैसला लिया है।
बच्चे का इलाज करने से पहले अस्पताल प्रशासन ने जिला प्रशासन से बकायदा बच्चे की कोविड-19 की जांच कराई जब रिपोर्ट नेगेटिव आया उसके बाद डॉक्टरों ने बच्चे का इलाज शुरू किया। परिवार की सहूलियत के लिए अस्पताल प्रशासन ने उनका गोल्डन कार्ड भी बनवाया। बच्चे को खून की आवश्यकता थी जिसको हॉस्पिटल के सीईओ मनी सिंह व मैनेजर नीरज कुमार वैश्य ने अपना खून देकर बच्चे को खून उपलब्ध कराया।