महराजगंज। वैश्विक महामारी करोना के चलते जहां लोग एक दूसरे की मदद करने पर लगे हुए हैं तो वही जिले के कुछ कोटेदार इस मुश्किल की घड़ी में जनता का हक हड़पने पर उतारू हो गए हैं।
खाद्यान्न विभाग में वितरण प्रणाली में अनियमितता की शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी ने नोडल अधिकारियों के माध्यम से जांच कराई जिसमें ग्राम पंचायत महेशपुर विकास खंड मिठौरा कोटेदार राम उजागर पुत्र राम शुभम, ग्राम पंचायत सुनारी विकास खंड मिठौरा के कोटेदार उमेश, ग्राम पंचायत कम्हरिया कला विकास खंड मिठौरा के कोटेदार राम अवध व ग्राम पंचायत सिरसिया मलमलिया विकास खंड परतावल के कोटेदार रामसकल के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए कोटे को निलंबित कर दिया।
वही पूर्तिनिरीक्षक ने परतावाल ब्लॉक के कोटेदार रामसकल के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
आपको बात दें कि बीते चार दिन पहले सिरसिया मलमलिया गांव में ग्रामीणों ने कोटेदार द्वारा धांधली की शिकायत प्रसासन से की थी जिसपर एसडीएम सदर आरबी सिंह मौके पर पहुचकर फटकार लगाते हुए चेतावनी दिया था।
वही क्षेत्र भ्रमण पर जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान जब परतावल आये तो पत्रकारों ने डीएम से इसकी शिकायत की जिसको जिलाधिकारी ने गंभीरता से लिया और एक टीम का गठन कर जांच के लिए गांव में भेजा गया।
गांव पहुची टीम में शामिल पुर्ति निरीक्षक वंदना त्रिपाठी व विद्या निवास मिश्रा जब सिरसिया मलमलिया पहुंचे तो राशन की दुकान पर दर्जन भर लोग लाइन खड़े होकर अंगूठा लगा रहे थे।
टीम ने जब स्टाक चेक किया तो राशन गायब मिला । लोगों ने एक बार फिर से धांधली का आरोप लगाया और कोटेदार मौके पर पहुची जांच टीम के सवालों का जवाब नहीं दे पाया।
टीम के प्रारंभिक जांच में आरोप सत्य मिला, गांव वालों का बयान लेकर टीम वापस चली आई और रिपोर्ट डीएम के पास भेजी गई।
जिलाधिकारी की अनुमति के बाद शाम को परतावल क्षेत्र के पूर्ति निरीक्षक वंदना त्रिपाठी श्यामदेउरवा थाने पहुंची और कोटेदार रामसकल के खिलाफ तहरीर दी।
थानाध्यक्ष विजयराज सिंह ने बताया कि कोटेदार गिरफ्तार कर लिया गया है।