फ़र्ज़ी लाइसेंस प्रकरण : 2 और जालसाज गए जेल

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फर्जी लाइसेंस पर शस्त्र खरीदने के आरोप में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को पुलिस ने दोनों पर आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर कोर्ट में पेश किया जहां से जेल भेज दिया गया। दोनों ही युवक घोषीपुरवा के रहने वाले हैं। पुलिस इनके लाइसेंस की जांच कर रही है।

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प्रथम दृष्टया लाइसेंस फर्जी लग रहा है। दोनों ने डेढ़-डेढ़ लाख रुपये खर्च कर रवि गन हाउस से लाइसेंस बनवाए थे। एक के पास से पुलिस ने 315 बोर की रायफल और दूसरे के पास से पिस्टल बरामद की है।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान अशफाक और शाहिद के रूप में हुई। 14 अगस्त को तनवीर के गिरफ्तार होने के बाद ही फर्जी शस्त्र लाइसेंस का प्रकरण सामने आया था।

प्रकरण की जांच एएसपी रोहन प्रमोद बोत्रे के निर्देशन में एसआईटी कर रही है। जिला प्रशासन की रिपोर्ट के आधार पर फर्जी शस्त्र लाइसेंस में थानेवार लोगों को पकड़ा जा रहा है।

कुछ दिन पहले एसआईटी ने खोराबार क्षेत्र से 10 लोगों को गिरफ्तार किया था उससे पहले असलहा बाबू सहित 12 लोग पकड़े गए थे।अब चिलुआताल थाने की जांच में इस इलाके के दो लाइसेंस संदिग्ध मिले।

एसआईटी ने चिलुआताल थाना प्रभारी सूर्यभान सिंह को आरोपियों को पकड़ कर असलहे की जांच का निर्देश दिया था।इसी क्रम में शनिवार को मुखबिर की सूचना पर चिलुआताल पुलिस ने नकहा नंबर दो धोषीपुरवा रेलवे क्रॉसिग के पास से अशफाक और शाहिद को गिरफ्तार कर लिया। अशफाक के पास से रायफल और शाहिद के पास से पिस्टल मिली है।

पूछताछ में दोनों ने बताया कि उन्होंने रवि गन हाउस के जरिये शस्त्र लाइसेंस बनवाया था। इसके बदले डेढ़-डेढ़ लाख रुपये लिए गए थे। उन्हें नहीं मालूम था कि लाइसेंस फर्जी है, पकड़े जाने के बाद ही जानकारी हुई है। इंस्पेक्टर सूर्यभान सिंह की तहरीर पर इनके खिलाफ केस दर्ज किया गया। पुलिस इस मामले में अब तक 24 लोगों को जेल भेज चुकी है।