गोरखपुर। गोरखपुर के राजघाट स्थित दशकों पुराने मुक्तेश्वरनाथ मंदिर के सुंदरीकरण के लिए पिछले साल अगस्त में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2.19 करोड़ रुपये दिए थे जिसके बाद लोगों में इस बात की खुशी थी कि अब मंदिर की सूरत बदल जाएगी। लेकिन पिछले हफ्ते हुई बरसात ने मंदिर के सुंदरीकरण करने वाले जिम्मेदारों की पोल खोल कर रख दी। मंदिर में 4-5 फीट पानी लग गया जिससे मंदिर के पुजारियों और बाबा भोले का दर्शन करने आये श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पुजारियों की शिकायत पर नगर निगम ने मंदिर से पानी निकासी हेतु वहां पम्पिंग सेट लगवाया और लगभग 3-4 घण्टे में मन्दिर से बरसात की वजह से लगे पानी की निकासी हो सकी।

इसके बाद स्थानीय लोगों ने पम्पिंग सेट को वापस नगर निगम को ले जाने नहीं दिया क्योंकि कहीं न कहीं उन्हें पता था कि मंदिर में पानी फिर से लगेगा क्योंकि साहब लोग ठीक से काम नहीं कर रहे और आखिर हुआ भी यही। कल हुई बारिश ने फिर से मंदिर की तस्वीर बदल दी। मंदिर के आचार्य शत्रुंजय शुक्ला ने बताया कि ठेकेदारों और जेई की गलती से मंदिर में कई फ़ीट पानी लग जा रहा है। आचार्य ने बताया कि कल हुई बारिश की वजह से आसपास के नाले का पानी भी मंदिर में घुस आता है जिसकी वजह से मन्दिर में पानी लग जाता है और इसकी सुध लेने कोई नहीं आता।
उन्होंने बताया कि पानी लगने से काफी खतरा भी बढ़ जाता है आसपास झाड़ियां होने की वजह से कभी कोई सांप गोजर किसी को काट सकता है जिससे बड़ी क्षति हो सकती है। उन्होंने स्थानीय पार्षद पर भी लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्षद नदारद है वो कभी परेशानियां देखने नहीं आया।
मंदिर के पुजारी ने कहा कि इसकी शिकायत हमने गोरखनाथ मंदिर में द्वारका तिवारी से भी की है उन्होंने हमने आश्वाशन दिया है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान होगा। उन्होंने कहा कि अगर ये दिक्कतें दुबारा उत्पन्न होती हैं तो फिर हम जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करेंगे।