Home उत्तर प्रदेश अधिकारियों की गलती से किसानों का खेत हुआ पानी-पानी..

अधिकारियों की गलती से किसानों का खेत हुआ पानी-पानी..

गोरखपुर।
सरयू पंप कैनाल की माइनर शाखा कोटिया नहर की बिना मरम्मत व सफाई के ही तीन दिन पूर्व नहर में विभाग द्वारा पानी छोड़ दिया गया। जिसके कारण किशुनपुर व बिरई नहर से सटे जिन किसानों के खेत हैं बुआई के चंद दिनों बाद ही डूब गए। इसको लेकर किसानों में नहर विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध आक्रोश है। क्षेत्रीय किसानों का कहना है कि नहर में पानी छोड़ने से पूर्व संबंधित विभाग द्वारा नहर की सफाई व मरम्मत कर देनी चाहिए थी।
सरयू पंप कैनाल की माइनर शाखा कोटिया नहर बारानागर से होते हुए बढ़या बुजुर्ग, पहाड़पुर, देवराजपार, बंदुआरी, रौजा दरगाह, बिरई, किशुनपुर, नकौझा होकर निकलती है।किसानों में गुड्डू सिंह, धर्मेंद्र सिंह, बृजभान प्रसाद, विनोद सिंह, अनर्जन सिंह, रामवृक्ष, शिवपलट यादव आदि का आरोप है कि रबी व खरीफ के फसल के लिए जब भी किसानों को पानी की आवश्यकता होती है तो विभाग द्वारा नहर की बिना मरम्मत व सिल्ट की सफाई के ही पानी छोड़ दिया जाता है।

जिससे प्रतिवर्ष नहर से सटे किसानों का कई एकड़ फसल नुकसान हो जाता है। इस वर्ष भारी बरसात के चलते किसानों के रबी के फसल की बुआई देर से हुई साथ ही खेतों में नमी भी बरकरार थी।अब खेतों में पानी लग जाने से बीज सड़ जाएंगे।विभाग को नहर की सफाई व मरम्मत करने के बाद ही पानी छोड़ना चाहिए था।

इस संबंध में सरयू पंप कैनाल के जेई राधे मोहन का कहना है कि नहर के सिल्ट की सफाई करने के बाद ही पानी छोड़ा गया है।मरम्मत के नाम पर उन्होंने चुप्पी साध लिया।

इस संबंध में एसडीएम गोला राजेंद्र बहादुर का कहना है कि मामले की जानकारी नहीं है।नहर विभाग के एक्सईएन से जांच कराई जाएगी।दोषी पाए जाने पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।

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