गोरखपुर। परिषदीय विद्यालय में शिक्षकों को अवकाश लेना होगा तो अब हर हाल में आनलाइन आवेदन ही करना होगा। प्रशासन अब किसी भी तरह की ढील देने के मूड में नहीं है।
सूत्र बताते हैं कि ऑफलाइन छुट्टी के मामले में काफी हेरफेर की शिकायतें सामने आती थी लेकिन उसे मैनेज कर लिया जाता था।
बिना आनलाइन आवेदन के किसी भी दशा में अवकाश मान्य नहीं होगा। समीक्षा बैठक में शिक्षकों को द्वारा आफलाइन अवकाश के मामले सामने आने के बाद राज्य परियोजना कार्यालय सख्त हो गया है।
बीएसए ने भी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश देते हुए इसका शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित करने को कहा है।
अभी आफलाइन छुट्टियों से चल रहा काम
जनपद में वर्तमान में 2504 परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक अभी भी आफलाइन छुट्टियों से ही काम चला रहे थे।
शासन के निर्देश के बाद भी इसको लेकर जिले में कोई विशेष अमल नहीं किया गया। गत 23 जनवरी को जब राज्य परियोजना निदेशक विजय किरण आनंद की टीम ने जिले के परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया तो कई ऐसे विद्यालय मिले जहां शिक्षक आफलाइन आवेदन कर अवकाश पर थे।
स्थलीय भ्रमण के बाद टीम ने समीक्षा बैठक में इस मामले को विभागीय अधिकारियों के समक्ष रखते हुए आनलाइन आवेदन को लेकर गंभीरता बरतने के निर्देश दिए।
टीम ने समीक्षा बैठक में बीएसए व अन्य विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया कि यदि शिक्षक मानव संपदा पोर्टल अथवा एम-स्थापना एप के जरिए अवकाश ले रहे हैं तो ठीक है वरना उनके अवकाश मान्य नहीं होंगे।
इसके पहले निर्देश के बाद भी यदि इसका पालन नहीं किया जा रहा है तो यह घोर लापरवाही है। भविष्य में दोषियों पर इसको लेकर कार्रवाई की जाएगी।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिहं का कहना है कि राज्य परियोजना कार्यालय के वरिष्ठ विशेषज्ञ रोहित त्रिपाठी के निर्देश के क्रम में सभी खंड शिक्षाधिकारियों को शिक्षकों द्वारा आनलाइन अवकाश के नियम का पालन सुनिश्चित कराने को कहा गया है।
आफलाइन आवेदन करने वाले शिक्षकों की छुट्टियां किसी भी स्थिति में मान्य नहीं होगी। लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।