लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही सूबे में चुनावी बिगुल बज चुका है। सभी राजनैतिक दलों ने इस क्रम में अपनी भरपूर ऊर्जा झोंक दी है। भाजपा के लिए यूपी की यह लड़ाई खासा महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि भाजपा यहाँ वर्तमान में सत्तारुढ़ दल है।
ऐसे में इनके समक्ष तमाम चुनौतियां भी है। भाजपा में अपनी तैयारी में तेजी दिखाते हुए सूबे में पार्टी की नीतियों के प्रचार प्रसार के लिए अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है।
बता दें कि लिस्ट में 30 नामों का एलान किया गया है। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गड़करी, राधा मोहन सिंह, मुख्तार अब्बास नकवी, योगी आदित्यनाथ, स्वतंत्र देव सिंह, धर्मेंद्र प्रधान, स्मृति ईरानी, केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा, संजीव बालियान, हेमा मालिनी, जसवंत सैनी, जे०पी०एस० राठौड़, एस०पी०सिंह बघेल, बी०एल०वर्मा, जनरल वी०के० सिंह समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम हैं।भाजपा ने उत्तर प्रदेश को जीतने के लिए अपनी सम्पूर्ण ऊर्जा झोंक दी है।
बता दें कि प्रचारकों के लिस्ट जारी होने के बाद से पार्टी पर सवाल भी उठने लगे। इस लिस्ट में पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी, उनकी माँ और भाजपा सांसद मेनका गाँधी और लखीमपुर खीरी से भाजपा सांसद व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के नाम नही है।
वरुण गांधी ने पार्टी की नीतियों पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने किसान आंदोलन के पक्ष में सरकार की आलोचना की थी। वहीं अजय मिश्र टेनी के सुपुत्र पर लगे आरोपों के कारण उनका नाम भी सुर्खियों में है।
सवांददाता: गौरव दीक्षित