लखनऊ। भारत में कोरोना वायरस का कहर अभी खत्म भी नहीं हुआ था की देशभर में बर्ड फ्लू के खतरे ने पैर पसारना शुरू कर दिया।
एवियन इन्फ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) नामक ये वायरस अबतक देश के सात राज्यों में फैल चुका है।
अब खबर आई है कि उत्तरप्रदेश के कानपुर शहर के चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू की तस्दीक हुई है।
दरअसल कानपूर के चिड़ियाघर में बीते बुधवार दो जंगली मुर्गों और चार पक्षियों की मौत हो गई थी।
जिसके बाद इनके सैंपल को भोपाल रिसर्च सेंटर भेजा गया। जांच के बाद इस बात की पुष्टी की गई कि उन मरने वाले पक्षियों के मौत का कारण बर्ड फ्लू ही है।
वहीं सैंपल भेजे जाने के अगले दिन ही बीमारी के लक्षण वाले छह रेड जंगल फाउल मुर्गे (जंगली मुर्गे) मार दिए गए और अगले आदेश तक कानपुर चिड़ियाघर को सील किया गया।
बर्ड फ्लू कोरोना जैसा घातक संक्रमण है
बता दें कि यह बर्ड फ्लू कोरोना जैसा घातक संक्रमण है. इसकी मृत्यु दर भी अधिक है। प्रशासन ने गाइडलाइन के तहत साफ निर्देश दिया है कि सभी लोग कोविड गाइड लाइन का पालन करें और पक्षियों से दूर रहें।
वहीं ज़ू के 1KM के दायरे को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। जहां किसी की भी आवाजाही पर सख्त मनाही है।
इसके अलावा एहतियात बरतते हुए चिड़ियाघर के 10 किमी के दायरे में सभी मांस की दुकानें बंद करायी गयीं है।
उत्तरप्रदेश देश का सातवां राज्य है जहां बर्ड फ्लू की पुष्टी हुई है
केंद्र ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है और अब इस बीमारी से संबंधित राज्यों की संख्या सात हो गई है।
उत्तरप्रदेश देश का सातवां राज्य है जहां बर्ड फ्लू की पुष्टी हुई है। इन सात राज्यों में केरल, राजस्थान, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गुजरात और उत्तर प्रदेश शामिल है।
इसके अलावा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और दिल्ली को पक्षियों की हुई अकाल मृत्यु की जांच रिपोर्ट का इंतजार है।
बता दें कि देश में इस फ्लू के कारण अबतक 1200 से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है।
इन 1200 पक्षियो में सबसे ज्यादा पक्षी महाराष्ट्र एक कुक्कुट पालन केंद्र में मृत मिले।
यहां 900 पक्षियों की मौत ने राज्य से लेकर केंद्र तक को सावधान कर दिया है।