गोरखपुर। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। अब बहुत ज्यादा समय नहीं बचा है जब पूरे यूपी में चुनाव शुरू हो जाएंगे 7 चरणों में होने वाले चुनाव में सबसे पहले 10 फरवरी को मतदान होंगे और फिर 10 मार्च को नतीजे घोषित हो जाएंगे।
इस समय सबकी नजरें यूपी पर टिकी हैं, क्योंकि ये कहा जाता है कि दिल्ली का रास्ता यहीं से होकर गुजरता है। नेताओं का रेला शुरू हो चुका है टिकटों का बंटवारा भी शुरू हो चुका है।
ज्यादातर सीटों पर प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं, जहां तहां बचा है तो वहां लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं। बीजेपी ने गोरखपुर सदर सीट से सिटिंग विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल का टिकट काटकर योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर सदर सीट से टिकट दिया। इसी के साथ तमाम सीटों की घोषणा कर दी गयी है। बीजेपी निषाद पार्टी और अपना दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही, इसलिए कई सीटों पर घमासान भी मचा हुआ है।
उसी में से एक सीट है गोरखपुर ग्रामीण। यहां से बीजेपी नेता और योगी के करीबी विपिन सिंह विधायक हैं, लेकिन सूत्रों की माने तो इस बार इस सीट पर मामला फिट नहीं बैठ रहा। इस सीट पर निषाद पार्टी अपना दावा ठोंकने में लगी हुई है, हालांकि स्थानीय लोगों की माने तो वो निषाद पार्टी के पाले में नहीं जाएंगे क्योंकि संजय निषाद का व्यवहार अपने ही लोगों के लिए बेकार है और दुख में कभी व्व उनके साथ खड़े नहीं हुए।
आपको बता दें कि ये माना जा रहा है कि संजय निषाद के लड़के श्रवण निषाद को यहाँ से टिकट मिल सकता है लेकिन अगर ऐसा हुआ तो कहीं न कहीं ये सपा प्रत्याशी विजय बहादुर यादव के लिए प्लस होगा क्योंकि श्रवण निषाद को लोग पसंद नहीं करते वहीं विजय बहादुर का अपना अलग व्यवहार है और लोगों में उनकी लोकप्रियता भी।
खैर इस घमासान के बीच अब सवाल ये है कि क्या मौजूदा विधायक और योगी के करीबी विपिन सिंह को पार्टी टिकट देती है या फिर समझौते के तहत ये सीट कटेगी और निषाद पार्टी की ओर से यहां कोई प्रत्याशी खड़ा होगा।