गोरखपुर। बीते दिनों गोरखपुर के पार्क रोड स्थित रंगरेजा रेस्टोरेंट
में कर्मचारियों द्वारा अधिवक्ता को पीटने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में भले ही पुलिस ने रेस्टोरेंट के एक कर्मचारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हो मगर अधिवक्ताओं की माने तो मुख्य आरोपी को अभी भी पुलिस ने नहीं पकड़ा।
जैसे जैसे दिन बीत रहे हैं वैसे वैसे रेस्टोरेंट पर अलग अलग आरोप भी लग रहे, गोरखपुर लाइव से बातचीत में अधिवक्ता सुनील मिश्रा ने बताया कि हाल ही में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के नेतृत्व में भारी संख्या में अधिवक्ताओं ने कमिश्नर अनिल ढींगरा
से मुलाकात कर अवैध रूप से चल रहे रंगरेजा रेस्टोरेंट को बंद करने की मांग की।
साथ ही जांच करा के गलत तरीके से संचालित हो रहे रंगरेजा रेस्टोरेंट को ध्वस्त कराने के लिए भी कमिश्नर से मांग की। अधिवक्ताओं ने कहा कि शहर के मध्य में पार्क रोड स्थित सिविल लाइन्स गोरखपुर में सतीश द्विवेदी, अश्वनी गुप्ता व ऐलन मारूफी नामक अपराधियों द्वारा नजूल की भूमि पर न्यायालय से स्थगन आदेश पारित होने के बावजूद भी रंगरेजा रेस्टोरेन्ट के नाम से रेस्टोरेन्ट का निर्माण कर लिया गया है और उसमें रेस्टोरेन्ट की आड़ में आपराधिक गतिविधियां संचालित की जा रही है जिससे आए दिन मार पीट, लूट पाट की घटनाएं निरन्तर हो रही है।
जिसका स्पष्ट प्रमाण है कि दिनांक 20 जुलाई 2023 को समय करीब 8 बजे रात्रि में अधिवक्ता अवनीश कुमार पाण्डेय खाना खाने गए थे वहां पर रेस्टोरेन्ट संचालक सतीश द्विवेदी, अश्वनी गुप्ता व ऐलन मारूफी द्वारा अपने 10-15 गुण्डो के साथ मिलकर अधिवक्ता अवनीश कुमार पाण्डेय के ऊपर प्राणघातक हमला किया गया और उनकी सोने की चेन छीन ली गई और 21 जुलाई 2023 को थाना कैण्ट में मु0अ0सं0- 540/2023 के अन्तर्गगत धारा 147, 148, 323, 504, 506, 395, 120बी, 34 भा0द0वि0 में रेस्टोरेन्ट संचालक सतीश द्विवेदी, अश्वनी गुप्ता आदि के विरूद्ध पंजीकृत हुआ। रंगरेजा रेस्टोरेन्ट में तमाम सफेदपोश अपराधियों का पैसा लगा है जिसकी अपने अस्तर से जांच करा कर करवाई किया जाए जिससे अधिवक्ताओं को उचित न्याय मिल सके।