सनातन धर्म को परिभाषित किया ‘ओ माई झूलेलाल’ नाट्य मंचन ने, मुम्बई से आए कलाकारों ने मंचन से बांधा समां

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गोरखपुर। उत्तर प्रदेश सिंधी अकादमी लखनऊ एवं सिंधी समाज गोरखपुर ने संयुक्त रूप से चैतदीप पैलेस गोरखनाथ में सिंधी भाषा एवं साहित्य के विकास हेतु एक सिंधी नाटक ‘ओ माई झूलेलाल’ का सफल नाट्य मंचन मुंबई के सिंधु सखा संगम के कलाकारों द्वारा किया गया।

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कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में सिंधी समाज की महिलाओं एवं बच्चों में भरपूर उत्साह देखा गया कार्यक्रम के संयोजक उत्तर प्रदेश सिंधी अकादमी के निवर्तमान सदस्य नरेश बजाज की अगुवाई में कार्यक्रम की पूरी रूपरेखा प्रस्तुत की गई।

श्री झूलेलाल सिंधी सेवा मंडल के सभी सदस्य लोगों के सहयोग के लिए तत्पर रहे। नाट्य मंचन से पूर्व सिंधी समाज के संत साई रविदास जी एवं सभी भक्तों द्वारा श्री झूलेलाल की आरती कर शुभारंभ की गयी। मंच का सफल संचालन शरद लखमानी द्वारा किया गया।

नाट्य मंचन में धर्म परिवर्तन तथा सनातन को लेकर संदेश था कि हम हिंदू हैं हम सनातनी हैं हिंदू एवं सनातन ही हमारा धर्म है इसके साथ-साथ जो बच्चे भारत से बाहर पढ़ने जाते हैं उन्हें भी सनातन के बारे में समझाया गया था तथा इस बात को अच्छे तरीके से समझाया गया था की परिवार में बड़े बुजुर्ग माता-पिता का पूरा सम्मान होना चाहिए।

एलकार्यक्रम में निवर्तमान सदस्य नरेश बजाज एंव झूलेलाल सेवा मण्डल के कार्यकारी अध्यक्ष विक्की कुकरेजा ने बताया कि उत्तर प्रदेश सिंधी अकादमी के अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ की देखरेख एवं उन्हीं के दिशा निर्देश में अकादमी पूरा कार्य करती है।